तिरुवनंतपुरम/गुवाहाटी, 12 सितंबर (भाषा) केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बृहस्पतिवार को मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) महासचिव सीताराम येचुरी के निधन पर शोक व्यक्त किया।
विजयन ने येचुरी को कम्युनिस्ट आंदोलन का अद्वितीय नेता बताया और कहा कि उनका निधन राष्ट्र के लिए, विशेषकर इसके संकट के समय में, एक अपूरणीय क्षति है।
इस बीच गुवाहाटी से प्राप्त खबर के अनुसार असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने माकपा के वरिष्ठ नेता येचुरी के निधन पर दुख जताया और कहा कि उन्होंने जनसेवा और सामाजिक न्याय के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया।
येचुरी का बृहस्पतिवार को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे। वह 72 वर्ष के थे।
विजयन ने कहा कि येचुरी के निधन की खबर सुनकर उन्हें बहुत दुख और पीड़ा हुई है। उन्होंने याद किया कि मार्क्सवादी नेता येचुरी ने कठिन राजनीतिक समय में नौ साल तक पार्टी के महासचिव के रूप में पार्टी का मार्गदर्शन किया।
विजयन ने कहा कि येचुरी ने नेतृत्व के पदों पर रहते हुए अपने स्पष्ट राजनीतिक रुख के माध्यम से न केवल पार्टी के लिए बल्कि वाम मोर्चे और भारतीय राजनीति के लिए भी मार्गदर्शक रहे।
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा, ‘येचुरी का निधन देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है, ऐसे समय में जब देश और उसके लोग गंभीर संकट का सामना कर रहे हैं।’
येचुरी की हालत पिछले कुछ दिन से गंभीर बनी हुई थी और उन्हें कृत्रिम श्वसन प्रणाली पर रखा गया था।
शर्मा ने कहा कि येचुरी को उनकी विचारधारा और नीतियों में गहरी आस्था के लिए याद किया जाएगा। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘सीताराम येचुरी जी के निधन से दुखी हूं। वह एक विद्वान और मुखर नेता थे, उन्होंने जनसेवा और सामाजिक न्याय के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया।’’
शर्मा ने कहा कि येचुरी का लंबा और प्रतिष्ठित राजनीतिक जीवन में, जो ‘आपातकाल विरोधी आंदोलन’ के दौरान शुरू हुआ, उन्होंने लोगों और अपनी पार्टी की बहुत मेहनत से सेवा की।
मुख्यमंत्री शर्मा ने येचुरी के परिवार के सदस्यों और प्रशंसकों के प्रति संवेदना जतायी।
भाषा अमित माधव
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