कर्नाटक में एक साल के भीतर कांग्रेस और भाजपा का फिर आमना-सामना

कर्नाटक में एक साल के भीतर कांग्रेस और भाजपा का फिर आमना-सामना

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  • Publish Date - April 25, 2024 / 11:33 AM IST,
    Updated On - April 25, 2024 / 11:33 AM IST

बेंगलुरु, 25 अप्रैल (भाषा) कर्नाटक की 28 लोकसभा सीट में से 14 पर शुक्रवार को होने जा रहे मतदान के साथ ही राज्य में एक साल से भी कम समय में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) फिर से चुनावी मैदान में आमने-सामने होंगे।

इस चुनाव में सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा-जनता दल (सेक्युलर) गठबंधन के बीच सीधी टक्कर होगी, जबकि पिछले साल मई में हुए विधानसभा चुनाव में तीनों पार्टियों के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला था।

राज्य की अन्य 14 लोकसभा सीट पर मतदान सात मई को होगा।

राज्य में पहले चरण में अधिकतर दक्षिणी और तटीय जिलों में चुनाव होने जा रहे हैं जिसमें कुल 247 उम्मीदवार (226 पुरुष और 21 महिलाएं) मैदान में हैं।

चुनाव के लिए 2.88 करोड़ से अधिक मतदाता मताधिकार का उपयोग करने के पात्र हैं। राज्य के 30,602 मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे से शाम छह बजे के बीच मतदान होगा।

कांग्रेस सभी 14 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, वहीं भाजपा ने 11 सीट पर और उसके गठबंधन सहयोगी जद (एस) ने तीन सीट- हासन, मांड्या और कोलार पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।

तीन के अलावा, जिन क्षेत्रों में शुक्रवार को चुनाव होंगे उनमें उडुपी-चिकमंगलूर, दक्षिण कन्नड़, चित्रदुर्ग, तुमकुर, मैसूर, चामराजनगर, बेंगलुरु ग्रामीण, बेंगलुरु उत्तर, बेंगलुरु सेंट्रल, बेंगलुरु दक्षिण और चिक्कबल्लापुर शामिल हैं।

वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस और जद (एस) में गठबंधन था और वे राज्य में सत्ता संभाल रहे थे। दोनों ने इन 14 क्षेत्रों में केवल एक-एक सीट हासिल की थी। भाजपा ने 11 में जीत हासिल की थी और मांड्या में पार्टी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित की थी।

दक्षिण भारत में कर्नाटक भाजपा के लिए सबसे महत्वपूर्ण राज्य है क्योंकि यहीं पर वह पूर्व में सत्ता संभाल चुकी है। एक राजनीतिक विश्लेषक ने कहा, ‘‘ इसकी गठबंधन सहयोगी जद (एस) विधानसभा चुनाव में हार के बाद राजनीतिक रूप से प्रासंगिक बने रहने के लिए संघर्ष कर रही है।’’

कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार मीणा के मुताबिक, पहले चरण के लिए 1.4 लाख मतदान अधिकारी ड्यूटी पर रहेंगे।

उनके अलावा, पांच हजार माइक्रो-ऑब्जर्वर, 50 हजार स्थानीय पुलिसकर्मी, अर्धसैनिक बल की 65 कंपनियां और अन्य राज्यों के पुलिस बल भी सुरक्षा के लिए तैनात किए जाएंगे।

मीणा ने कहा कि बेंगलुरु ग्रामीण संसदीय क्षेत्र के सभी 2,829 मतदान केंद्रों पर वेबकास्ट किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि पहले चरण में कुल 30,602 मतदान केंद्रों में से 19,701 पर वेबकास्ट किया जाएगा और 1,370 पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।

भाषा खारी मनीषा

मनीषा