अपराध में अव्वल मध्यप्रदेश! NCRB रिपोर्ट में आदिवासियों पर अत्याचार और बाल अपराध में ‘नंबर वन’

एक तरफ हैं मध्य प्रदेश को स्वर्णिम प्रदेश बनाने का सपना तो दूसरी तरफ है प्रदेश को लेकर चिंता बढाती NCRB यानि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की साल 2020 की रिपोर्ट जिसके मुताबिक

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  • Publish Date - September 15, 2021 / 10:39 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:50 PM IST

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भोपाल। Madhya Pradesh tops in crime : एक तरफ हैं मध्य प्रदेश को स्वर्णिम प्रदेश बनाने का सपना तो दूसरी तरफ है प्रदेश को लेकर चिंता बढाती NCRB यानि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की साल 2020 की रिपोर्ट जिसके मुताबिक… मध्यप्रदेश देशभर में आदिवासी अत्याचार और बाल अपराधों के दर्ज मामलों में अव्वल है…जाहिर है इसपर विपक्ष ने तीखा हमला बोलते हुए अपने अरोपों को जायज बताया है तो सत्ता पक्ष की दलील भी नई नहीं है…सत्ता पक्ष कहता है कि प्रदेश में हर एक प्राथमिकी को दर्ज करने का निर्देश है….इसीलिए ये आंकड़े हैं…सवाल है क्या ये दलील…इस कड़वी हकीकत को साइडलाइन करने के लिए काफी होगी…?

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Madhya Pradesh tops in crime : ये आंकड़े किसी एनजीओ या निजी संस्था के नहीं बल्कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के हैं.. जिसमें साल 2020 में हुए अपराधों की जानकारी है .. ये आंकड़े ही बताते हैं कि किस राज्य में किस तरह के अपराध बढ़े हैं….इसके दूसरे पहलूओं पर चर्चा से पहले एक नजर जरा एनसीआरबी के कुछ प्रमुख तथ्यों पर डाल लीजिए…

-आदिवासियों पर अत्याचार के मामले में मध्यप्रदेश पहली पायदान पर, 2020 में इस तरह के 2401 केस दर्ज हुए जबकि 2019 में ये आंकड़ा 1922 था ….यानि 479 केस ज्यादा …..

-बाल अपराध में भी मध्यप्रदेश पहले स्थान पर है 2020 में जहां 17008 केस हुए वहीं 2019 में ये आंकड़ा 19028 था यानि 2020 केस कम…

-Sc वर्ग पर अत्याचार के मामले में मध्यप्रदेश चौथे स्थान पर, 2020 में इस मामले में 6899 केस दर्ज हुए जबकि 2019 5300 केस थे यानि 1599 केस की बढ़ोतरी….

-बुजुर्गों के साथ हिंसा में मध्यप्रदेश दूसरे नंबर पर है….2019 में 4138 तो इस साल 4602 केस दर्ज हुए…यहां 3674 केस की बढ़ोतरी हुई है….

-मध्यप्रदेश हत्या के मामले में चौथे स्थान पर, 2020 में प्रदेश में हत्या के 2101 केस दर्ज हुए जो पिछले साल 1795 थे….यानि 306 केस ज्यादा….

-महिला हिंसा के मामले में मध्यप्रदेश छठवें पर है 2020 में महिला हिंसा के 25640 केस दर्ज जो 2019 में 27560 दर्ज हुए थे यानि 1920 केस कम हुए ..

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इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद कांग्रेस को बैठे बैठाए सरकार को कटघर में खड़ा करने के लिए हथियार मिल गया… कांग्रेस की तरफ से सबसे पहले मोर्चा पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खोला आंकड़ो के आधार पर कमलनाथ ने ट्वीट किया कि ये है शिवराज सरकार के 16 वर्षों के विकास की तस्वीर, जब से प्रदेश में शिवराज सरकार आयी है आदिवासी, दलित, शोषित वर्ग पर उत्पीड़न व दमन की घटनाएँ बढ़ी है, दुष्कर्म की घटनाएँ रोज़ घटित हो रही है, अपराधी तत्वों के हौसले बुलंद है, क़ानून का कोई ख़ौफ़ नही बचा है।

ऐसा नहीं कि इस रिपोर्ट में कुछ अच्छे तथ्य सामने नहीं आए हैं जैसे अपहरण के मामले में मध्यप्रदेश पांचवे स्थान पर है, यहां अपहरण के मामलों में कमी आई है 2019 में 9812 केस दर्ज हुए जबकि 2020 में 7320 केस दर्ज किए गए …..महिला हिंसा के मामले में मध्यप्रदेश छठवें नंबर पर है यहां भी 2020 में 25640 केस दर्ज हुए जो 2019 के है…

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NCRB की रिपोर्ट के बाद मध्यप्रदेश में सियासत गरमा गई है…कांग्रेस हमलावर है बीजेपी फिलहाल बैकफुट पर…बीजेपी नेता बचाव में ये दलील दे रहे हैं कि मध्यप्रदेश में हर अपराध दर्ज होता है…लेकिन कांग्रेस एनसीआरबी की रिपोर्ट के बाद जमीन आसमान एक करने की तैयारी मे है…कांग्रेस की कोशिश है 2023 के विधानसभा चुनावों के ठीक पहले वैसा ही सत्ता विरोधी माहौल बनाया जाए जैसे 2018 के चुनावों में बनाया था…