#SarkaronIBC24: खराब ट्रैक रिकॉर्ड वाले फॉरेन फंडेड NGO के खिलाफ सख्ती का संदेश, कांग्रेस ने सरकार की मंशा पर उठाए सवाल

strictness against foreign funded NGOs: सवाल ये है कि क्या वाकई ऐसी संस्थाओं की सीरियस मॉनिटरिंग हो रही है, क्या वास्तव में मंशा ऐसी संस्थाओं पर नकेल कसने की है, या फिर ये केवल सियासी ऐजेंडा मात्र है ?

#SarkaronIBC24: खराब ट्रैक रिकॉर्ड वाले फॉरेन फंडेड NGO के खिलाफ सख्ती का संदेश, कांग्रेस ने सरकार की मंशा पर उठाए सवाल

strictness against foreign funded NGOs, image source: ibc24

Modified Date: February 22, 2025 / 12:08 am IST
Published Date: February 22, 2025 12:08 am IST
HIGHLIGHTS
  • खराब ट्रैक रिकॉर्ड वाले फॉरेन फंडेड NGO के खिलाफ सख्ती का संदेश
  • विदेशी फंडिग, उसके मिसयूज, धर्मांतरण के लिंक पर बहस

रायपुर: #SarkaronIBC24, छत्तीसगढ़ के CM विष्णुदेव साय ने खराब ट्रैक रिकॉर्ड वाले फॉरेन फंडेड NGO के खिलाफ सख्ती का संदेश दिया है…विपक्ष कहता है ये सब बेकार की बाते हैं, कांग्रेस ने उल्टे मुद्दे पर सरकार की मंशा पर सवाल उठा दिया…पहली बार नहीं है जब विदेशी फंडिग, उसके मिसयूज, धर्मांतरण के लिंक पर बहस छिड़ी हो, सवाल ये है कि क्या वाकई ऐसी संस्थाओं की सीरियस मॉनिटरिंग हो रही है, क्या वास्तव में मंशा ऐसी संस्थाओं पर नकेल कसने की है, या फिर ये केवल सियासी ऐजेंडा मात्र है ?

strictness against foreign funded NGOs, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने US-AID संस्था की फंडिंग पर लगाम लगाते हुए, खुलासा किया कि, US-AID संस्था ने भारत में वोटर टर्नआउट बढ़ाने के नाम पर 182 करोड रुपए का फंड दिया…इस खुलासे के बाद देशभर में विदेशी फंडिंग वाली संस्थाओं की गतिविधियों की जांच शुरू हो गई है…इसी बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि राज्य में कुछ संस्थाएं विदेशी फंडिंग का दुरुपयोग कर उसका धर्मांतरण में इस्तेमाल करती हैं… CM साय ने कहा कि सरकार तय करेगी कि प्रदेश में कोई भी NGO स्वास्थ्य या शिक्षा के नाम पर विदेशी फंडिंग का मिसयूज ना करे…वहीं, डिप्टी सीएम अरुण साव का दावा है कि जो भी धर्मांतरण या देश विरोधी काम करती हैं, उनपर कड़ा एक्शन होता है…।

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इधर, सत्तापक्ष के नेताओं के बयान पर कांग्रेसने डबल इंजन सरकार पर तंज कसते हुए पूछा कि अगर पता है कि विदेशी फंडिंग का उपयोग धर्मांतरण में हो रहा है तो फिर सरकार और सीएम चुप क्यों है ? वहीं, पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने उल्टे ऐसे NGO का बचाव करते हुए कहा कि ऐसी संस्थाएं धर्मांतरण नहीं करती बल्कि आपात स्थिति में मदद करती हैं…।

जाहिर है प्रदेश के मुख्यमंत्री का NGO’S को विदेशी फंडिंग और उसके धर्मांतरण कनेक्शन पर बयान ना तो विपक्ष को रास आया है और ना ही ऐसे NGO’s को…कोण्डागांव,कुम्हारपारा में संचालित साथी समाज सेवी संस्था प्रमुख ने मुख्यमंत्री के बयान पर नसीहत देते हुए कहा कि सरकार को ऐसे सार्वजनिक बयानों से बचना चाहिए…सरकार के पास तो सभी संस्थाओं का पूरा वित्तीय डेटा है, दुरुपयोग हो तो जांच कर फौरन एक्शन लें…इधर, सरकार का दावा है कि धर्मांतरण पर सख्त कानून बनाने के साथ-साथ वो ऐसे NGO’s पर भी शिकंजा कस रहे हैं, सवाल ये है कि क्या वाकई सरकार के पास विदेशी फंडिग का दुरूपयोग करने वाली संस्थाओं का डेटा है ? सवाल विपक्ष के लिए भी है बिना जांच-पड़ताल के विदेशी फंडिग वाले NGO’s का पक्ष क्या केवल सियासी विरोध के लिए है ?

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com