Publish Date - December 22, 2022 / 05:54 AM IST,
Updated On - December 22, 2022 / 05:54 AM IST
नई दिल्ली । आजकल के युवा ज्यादातर लेट से सो के उठते है। सोने से घंटो पहले मोबाइल में लगे रहते है। देर रात तक जगने से सुबह हम देर तक सोते रहते हैं, जिससे हमारा भोजन ठीक से पचता नहीं और हमें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। प्रकृति के खिलाफ जाकर हम कुछ भी करते है। तो उसका नुकसान हमे समय समय पर भुगतना पड़ता है। अच्छी सेहत के लिए रात को दस बजे तक सोना और सुबह 6 बजे तक जागना बेहद जरूरी है।
देर रात तक जागने वाले लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है। हाई ब्लड प्रेशर बढ़ने से बॉडी में अन्य बीमारियां जैसे ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट डिजीज के खतरे बढ़ने लगते हैं।
देर रात तक जागने से भूख नियंत्रित करने वाले हार्मोन का स्तर भी प्रभावित होता है।
देर रात तक जागने से आप मानसिक रोगी बन सकते हैं। सुबह तक जागने से दिमाग के न्यूरोट्रांसमीटर पर बुरा असर पड़ता है, जिससे डिप्रेशन, एंग्जाइटी और सनक जैसी मानसिक बीमारियां हो सकती हैं।
नींद पूरी नहीं होने की वजह से आपको दिन में गाड़ी चलाते समय नींद की झपकी आ सकती है जिससे दुर्घटना होने का खतरा बढ़ जाता है।
सुबह देर से उठने से बॉडी में आलस भरा रहता है जिससे काम करने में मन नहीं लगता।