बाल दिवस से पहले स्कूली बच्चों ने सर्कस में जानवरों की मौजूदगी के खिलाफ किया प्रदर्शन

बाल दिवस से पहले स्कूली बच्चों ने सर्कस में जानवरों की मौजूदगी के खिलाफ किया प्रदर्शन

बाल दिवस से पहले स्कूली बच्चों ने सर्कस में जानवरों की मौजूदगी के खिलाफ किया प्रदर्शन
Modified Date: November 13, 2025 / 10:35 pm IST
Published Date: November 13, 2025 10:35 pm IST

भोपाल, 13 नवंबर (भाषा) बाल दिवस की पूर्व संध्या पर एक स्कूल के छात्रों ने सर्कस में जानवरों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर बृहस्पतिवार को यहां बोट क्लब में प्रदर्शन किया।

देश के पहले प्रधानमंत्री और स्वतंत्रता सेनानी पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिन (14 नवंबर) को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। बच्चे उन्हें प्यार से ‘चाचा नेहरू’ पुकारते थे।

आयोजकों की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि इस कार्यक्रम का आयोजन ‘पीपुल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स इंडिया’ (पेटा इंडिया) द्वारा केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के साथ मिलकर किया गया।

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उन्होंने बताया कि इसका मकसद सर्कस में जानवरों के उपयोग को समाप्त करने और इस बारे में जागरुकता फैलाना है।

आयोजकों ने कहा कि सर्कस में जानवरों को प्रदर्शन करने के लिए मजबूर किया जाना उनके लिए परेशानी का सबब होता है।

उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों ने जानवरों के मास्क और वेशभूषा धारण की हुई थी और उन पर तख्तियां थीं जिन पर लिखा था, ‘जानवरों को खुश करो, जानवरों के सर्कस को ना कहो’।

भाषा ब्रजेन्द्र शोभना

शोभना


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