बच्चन परिवार पहुंचा राजधानी, कालीबाड़ी मंदिर में किए माता के दर्शन, इस खास कार्यक्रम में हुए शामिल

Bachchan family reached the capital, visited the mother in Kalibari temple, participated in this special program

बच्चन परिवार पहुंचा राजधानी, कालीबाड़ी मंदिर में किए माता के दर्शन, इस खास कार्यक्रम में हुए शामिल
Modified Date: November 29, 2022 / 08:37 pm IST
Published Date: October 5, 2022 12:54 pm IST

Bachchan family reached bhopal: भोपाल :बॉलीवुड एक्टर अभिषेक बच्चन और जया बच्‍चन पहुंचे भोपाल, राजधानी के टीटी नगर स्थित कालीबाड़ी मंदिर में किये माता के दर्शन। मां दुर्गा की विदाई के दौरान सिंदूर खेला महोत्सव में हुए शामिल। बंगाली समाज के द्वारा किया जाता है विदाई कार्यक्रम का आयोजन। सुहागन महिलाएं एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर देती है शुभकामनाएं। दुर्गा पूजा भारत में सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है और विजया दशमी दुर्गा पूजा उत्सव के अंत का प्रतीक है।

यह भी पढ़े: खुशखबरी! सरकार ने कर्मचारियों-अधिकारियों को दिया बड़ा गिफ्ट, 20 हजार रुपए तक बढ़ेगी सैलरी,

जानें क्या होता है सिंदूर खेला

Bachchan family reached bhopal; सिंदूर खेला का शाब्दिक अर्थ है ‘सिंदूर का खेल’. इसे खासतौर से बंगाली हिंदू महिलाएं नवरात्रि के आखिरी दिन मनाती हैं. परंपरागत रूप से, यह अनुष्ठान विवाहित महिलाओं के लिए होता है, जिन्हें सिंदूर खेला खेलते समय एक निर्धारित रिवाज और प्रोटोकॉल का पालन करना होता है, यह मानते हुए कि यह उनके लिए सौभाग्य और उनके पति के लिए लंबी उम्र लाएगा।

 ⁠

यह भी पढ़े: Adipurush Teaser: रावण के लुक पर रामानंद की ‘सीता’ का बयान, बोली- ‘रावण लंका का लगना चाहिए, न की मुग़ल का…’, सीता के लुक पर कही ये बात

जानें इस त्योहार के पीछे की पूरी कहानी

Bachchan family reached bhopal: दुर्गा महोत्सव पर सिंदूर खेला का इतिहास करीब 450 साल पुराना है. बंगाली समुदाय में विजयादशमी के दिन सिंदूर खेल के साथ-साथ धुनुची नृत्य की परंपरा भी निभाई जाती है. धार्मिक मान्यता के अनुसार धुनुची नृत्य करने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं. इसे मनाने के पीछे मान्यता यह है कि मां दुर्गा प्रसन्न होंग।


लेखक के बारे में