इंदौर (मध्यप्रदेश), 11 जून (भाषा) पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने मंगलवार को कहा कि लोकसभा अध्यक्ष का पद संभालने वाले किसी नेता में संसदीय काम-काज के अनुभव के साथ ही पक्ष और विपक्ष, दोनों से तालमेल बैठाकर सदन चलाने की क्षमता होनी चाहिए।
उन्होंने यह बात ऐसे वक्त कही, जब लोकसभा चुनाव के बाद बदले राजनीतिक हालात में देश के अगले लोकसभा अध्यक्ष के नाम को लेकर अटकलें तेज हो रही हैं।
महाजन ने इंदौर में ‘‘पीटीआई-भाषा’’ से कहा, ‘‘लोकसभा अध्यक्ष का काम पक्ष और विपक्ष, दोनों को संभालते हुए सदन का काम-काज चलाना है। मेरे ख्याल में लोकसभा अध्यक्ष को थोड़ा अनुभवी होना चाहिए। यानी उसे संसदीय काम-काज का तजुर्बा होना चाहिए। अगर इस पद के लिए ऐसा व्यक्ति मिल जाए, तो बहुत अच्छी बात है।’’
उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष का स्वभाव और बातचीत का ढंग ऐसा होना चाहिए कि वह पक्ष और विपक्ष, दोनों को समझा सके।
लोकसभा अध्यक्ष के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की आंध्र प्रदेश इकाई की अध्यक्ष और राजमुंदरी से सांसद डी. पुरंदेश्वरी के नाम की अटकलों पर महाजन ने कहा, ‘‘मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है, लेकिन पुरंदेश्वरी कई साल संसद में रही हैं और सब नेताओं को जानती भी हैं।’’
लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष ने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव में ‘‘प्रादेशिक कारणों से’’ भाजपा की सीटें घटीं, लेकिन पार्टी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार को ‘‘सशक्त’’ बहुमत हासिल है।
उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी पिछले 10 साल के दौरान प्रधानमंत्री के रूप में लोगों की अपेक्षाओं पर खरे उतरे हैं, इसलिए मौजूदा राजग सरकार में भी जनता को मोदी पर विश्वास है कि वह अपने बचे काम को पूरा करेंगे।
भाषा हर्ष मनीषा
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