इंदौर,18 जून (भाषा) सेमीकंडक्टर चिप निर्माण के दिग्गज ताइवान के साथ द्विपक्षीय सहयोग में दिलचस्पी दिखाते हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंगलवार को कहा कि इस क्षेत्र में भारत और ताइवान के संबंधों को मजबूत करने के लिए राज्य सरकार तत्पर है।
यादव, ‘‘टिकाऊ भविष्य के लिए पर्यावरण प्रबंधन’’ विषय पर इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की यहां आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी को ऑनलाइन माध्यम से संबोधित कर रहे थे। इसमें ताइवान का आई-शु विश्वविद्यालय भी सहभागी था।
मुख्यमंत्री यादव ने कहा, ‘‘ताइवान, सेमीकंडक्टर चिप निर्माण के क्षेत्र में दुनिया का सिरमौर है। मध्यप्रदेश में भी इस क्षेत्र में निवेश की काफी संभावनाएं हैं। ऐसे में हम इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए काफी गंभीर हैं और इसके लिए हर कठिनाई दूर करेंगे।’’
उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि सेमीकंडक्टर चिप निर्माण क्षेत्र में ताइवान और भारत के संबंध और प्रगाढ़ हों तथा राज्य सरकार इसमें ‘‘बड़ी भूमिका’’ निभाने के लिए तत्पर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश, सेमीकंडक्टर चिप क्षेत्र की मौजूदा जरूरतों के मद्देनजर ताइवान के साथ अकादमिक रिश्ते भी मजबूत करना चाहता है और इसके लिए राज्य में नये पाठ्यक्रम पेश किए जाएंगे।
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय की कुलपति रेणु जैन ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के दौरान ताइवान के आई-शु विश्वविद्यालय के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर दस्तखत किए गए। उन्होंने बताया कि यह एमओयू दोनों विश्वविद्यालयों के बीच खासतौर पर सूचना प्रौद्योगिकी और सेमीकंडक्टर चिप निर्माण को लेकर ज्ञान के आदान-प्रदान पर केंद्रित है।
जैन ने बताया कि देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के प्रतिनिधिमंडल ने कुछ महीनों पहले ताइवान का दौरा किया था और इस स्वशासित द्वीप के पांच विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू पर दस्तखत किए थे।
भाषा हर्ष मनीषा खारी
खारी