IBC24 Ki PADTAL: राजधानी का हाल-बेहाल! बड़े तालाब में बढ़ा प्रदूषण का स्तर, पानी या ‘जहर’ तय करना मुश्किल!
IBC24 Ki PADTAL: राजधानी का हाल-बेहाल! बड़े तालाब में बढ़ा प्रदूषण का स्तर, पानी या 'जहर' तय करना मुश्किल!
IBC24 Ki PADTAL
IBC24 Ki PADTAL: भोपाल। भोपाल के बड़े तालाब का पानी क्यों लगातार प्रदुषित हो रहा है। वहीं इससे निपटने के तरीके क्या हो सकते हैं। लगातार प्रदुषित होते तालाब के लिए आखिर कौन जिम्मेदार हैं। आज हम इन्हीं तमाम चीज़ों का खुलासा करेंगे। देखिए हमारी यह खास पेशकश पड़ताल…
ये पानी से लबालब तालाब, तालाब में तैरती नाव, पंछियों की आवाज और खुशनुमा माहौल… ये नजारा भोपाल के टूरिस्ट स्पॉट बड़े तालाब का है। इस तरह के नजारों को देखकर मन प्रसन्नता से भर जाता है, पर क्या आपको मालूम है कि, बड़े तालाब का ये नजारा केवल ऊपरी दिखावट है। असलियत में पिछले कुछ सालों में मानवीय भूलों और नियमों की अनदेखी के चलते तालाब पूरी तरह से प्रदुषित हो चला है और प्रदुषण का स्तर पर भी इतना की अब इस बड़े तालाब का पानी पीने योग्य नहीं बचा है। इसी की जांच आज हम करने जा रहे हैं। भोपाल के बड़े तालाब में प्रदुषण का स्तर बढ़ गया। बड़ा तालाब करीब 30 प्रतिशत आबादी की प्यास बुझाता है।
पानी को प्रदुषण मुक्त कराने आखिर क्या प्रबंधन हुए हैं और तालाब के संरक्षण में कितने कारगर कदम उठाए गए। आज की पड़ताल में हम हर एक पहलू का खुलासा किए। सबसे पहले हम पहुंचे एमपी की राजधानी भोपाल की जीवन रेखा कहे जाने वाले बड़े तालाब पर… जहां से हमने बड़े तालाब के पानी के सैंपल ले रहे हैं। जिससे हम ये जानने का प्रयास कर रहे हैं कि, आखिर पिछले 20 सालों तालाब के पानी का मानक कितना बदला और इसमें कौन से प्रदुषक तत्व पाए जा रहे हैं। अब हम पहुंचे राजधानी भोपाल के छोटे तालाब में… जहां से हम तालाब के पानी के सैंपल लेंगे और लैब टेस्ट के लिए प्रयोगशाला में जमा कराएंगे। ताकि, पानी में उपस्थित मेटल्स की जानकारी निकाली जा सके।
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IBC24 Ki PADTAL: दोनों ही तालाब से पानी के सैंपल लेकर हम सरकारी लैबोरेट्री पहुंचे। जहां पानी के सैंपल पर टैग लगाकर लैबोरेट्री को सौंपा। अब हम आपको सरकारी लैब और केंद्रीय पर्यावरण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट क्या कह रही है ये बताते हैं। सरकारी लैब की रिपोर्ट में दोनों ही तालाब के पानी को मानक अनुसार नहीं बताया गया है। वहीं, अपनी रिपोर्ट में केंद्रीय पर्यावरण नियंत्रण बोर्ड ने माना है कि भोपाल के बड़े तालाब में नियमों की अनदेखी और उल्लंघन के चलते पानी की मानक स्तर में भी कमी आई है… जिसके चलते व्यवसायिक गतिविधियों पर रोक लगाई गई।

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