Ladli Behna Yojana : BJP के पास ‘लाडली बहना’..Congress का क्या कहना? एमपी में बढ़ी सियासी गर्मी

Ladli Behna Yojana : सफलला का मंत्र यदि आपके पास हो तो उसे बार-बार आजमाया जाता है, भले कुछ नए फार्मूले क्यों न तैयार करना पड़े।

Ladli Behna Yojana : BJP के पास ‘लाडली बहना’..Congress का क्या कहना? एमपी में बढ़ी सियासी गर्मी

Ladli Behna Yojana

Modified Date: February 2, 2024 / 11:01 am IST
Published Date: January 10, 2024 10:34 pm IST

भोपाल : Ladli Behna Yojana : सफलला का मंत्र यदि आपके पास हो तो उसे बार-बार आजमाया जाता है, भले कुछ नए फार्मूले क्यों न तैयार करना पड़े। मध्यप्रदेश की सियासत में भी ऐसा ही है। महिला वोट बैंक के तौर पर बीजेपी के हाथ ऐसा ही फार्मूला लगा है जिसे वो हर हाल में लोकसभा चुनाव में भी इस्तेमाल करेगी और इसी का नतीजा है हर महीने महिलाओं के खाते में 1250 रुपए डालना। क्योंकि इसके जरिए बीजेपी की पैठ सीधे घरों तक होती है। आज एक बार फिर बीजेपी ने 1 करोड़ 29 महिलाओं के खाते में राशि डाली। वैसे कांग्रेस आरोप लगा रही है कि पिछली बार से दो लाख हितग्राही कम हुए है लेकिन बीजेपी को मालूम है कि यदि लोकसभा की सभी 29 सीटें जीतना है तो आधी आबादी को दूर नहीं रख सकते। लेकिन सवाल ये उठता है कि आखिर कांग्रेस के पास इसका क्या जवाब है, इस वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए आखिर कांग्रेस क्या करेगी।

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Ladli Behna Yojana : सिर्फ एक महीना बीता और चेहरे बदल गए लेकिन नहीं बदला तो सियासत का वो एजेंडा जिसके सहारे बीजेपी ने 2023 के चुनाव में बंपर जीत हासिल की थी।नहीं बदला है तो वो मुद्दा जो सरकार बनाने में सहारा बना ।

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ये आज की तस्वीरें है जिस वक्त मोहन यादव भोपाल में लाड़ली बहना योजना के 1250 रुपए महिलाओं के खाते में डाल रहे थे बीते 17 साल में महिलाओं को सत्ता के केंद्र में लाने वाले शिवराज सिंह चौहान 800 किलोमीटर दूर तेलगांना में पार्टी का काम कर रहे थे। यहीं शायद सियासत है। सच्चाई है कि सदैव कोई नहीं रहता लेकिन इन तस्वीरों के जरिए अब ये समझिए कि बीजेपी ने किस तरह से विधानसभा चुनाव में महिलाओं पर फोकस रख कर जीत दर्ज की। परिणाम देखने पर पता चलता है कि 2023 में पिछले चुनाव के मुकाबले 2 फीसदी महिलाओं ने अधिक वोटिंग की। 2023 में भी बीजेपी की महिला विधायक पिछले चुनाव से 7 सीटें ज्यादा जीती,जबकि कांग्रेस को एक सीट का नुकसान हुआ। मध्यप्रदेश में इन चुनावों 29 सीटों पर महिला वोटरों ने पुरुषों से ज्यादा वोट किए और इनमें भी बीजेपी को 17 सीटें मिली। सीटों में से 24 पर बीजेपी वोटरों की संख्या के आधार पर इस साल 1000 पुरुष वोटरों पर महिला वोटरों की संख्या 3.9 की बढ़ोतरी देखी गई। यहीं आंकड़े है जिनके कारण बीजेपी किसी भी सूरत में अपने इस वोट बैंक को छोड़ना नहीं चाहता। क्योंकि बीते 20 सालों में ये धीरे धीरे इस तरह से बीजेपी से जुड़ा है कि स्थायी वोट बैंक में तब्दील हो गया है। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर जहां कांग्रेस आरोप लगा रही थी लाड़ली बहना योजना सिर्फ शिवराज सिंह चौहान की योजना है और अब नई सरकार उसे बंद कर देगी बीजेपी ने अपने इरादे साफ कर दिए हैं।

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Ladli Behna Yojana : लोकसभा चुनाव में ज्यादा वक्त नहीं है जब बीजेपी और कांग्रेस एक बार फिर आमने सामने होंगे। कांग्रेस को ये अच्छे से मालूम है कि महिलाओं के मोर्चे पर बीजेपी से निपटना आसान नहीं है, क्योंकि पिछली बार चुनाव के पहले कांग्रेस ने महिलाओं को लेकर कई घोषणाएं की थी पर उनका असर दिखा नहीं लिहाजा अब आंकड़ों के जरिए ही कांग्रेस बीजेपी सरकार पर हमला बोल रही है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने एक ट्वीट के जरिए दावा किया कि पिछली सरकार में 1.31 करोड़ हितग्राही थी जबकि नई सरकार में 1.29 लाख हितग्राही है।

महिलाओं को हर महीने 1250 रुपए देने की योजना को मतदाता का लालच बढ़ाने वाला बताया गया। ये संभव भी है लेकिन इसका एक सकारात्मक पहलू ये भी है कि ऐसी योजनाओं से देश की आधी आबादी का आर्थिक सशक्तिकरण भी हो रहा है। आपने आंकड़े तो बहुत देखे लेकिन आखिरी में आपकी जानकारी के लिए मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने 795 सेकंड के अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम 9 बार लिया जबकि इस योजना की शुरुआत करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक बार भी नहीं।

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