Contract Employees Regularization News: पूरी हुई संविदा कर्मचारियों की मांग, नियमितीकरण के प्रस्ताव पर लगी मुहर, रक्षाबंधन से पहले मिली जिंदगीभर खुशियां
Contract Employees Regularization News: पूरी हुई संविदा कर्मचारियों की मांग, नियमितीकरण के प्रस्ताव पर लगी मुहर, रक्षाबंधन से पहले मिली जिंदगीभर खुशियां
Samvida Karmchari Latest News. Image Source- IBC24
- संविदा कर्मचारी होंगे नियमित
- वर्षों से प्रतीक्षित मांग अब पूरी
- 8,000 सफाई कर्मचारियों को सुविधाएं
भोपालः Contract Employees Regularization News हर चुनावी मौसम संविदा कर्मचारियों को लेकर बड़े बड़े वादे किए जाते हैं। राजनैतिक दल चुनावी घोषणापत्र में नियमितीकरण, वेतनवृद्धि समेत कई तरह के वादे करते है। लेकिन इसके बाद भी संविदा कर्मचारियों की मांग पूरी नहीं होती। इसी बीच भोपाल नगर निगम में काम कर रहे संविदा कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर निकलकर सामने आई है। यहां एक हजार से ज्यादा संविदा कर्मचारियों को नियमित करने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा निगम के 8 हजार सफाई कर्मियों को यूनिफार्म, रेनकोट, हेल्थ चेकअप किया जाएगा। निगम सरकार के इस फैसले के बाद से संविदा कर्मचारियों में खुशी की लहर है।
Contract Employees Regularization News दरअसल, नगर निगम के अस्थायी कर्मचारी लंबे समय से नियमितीकरण की मांग कर रहे थे। कई मौकों पर उन्होंने धरना-प्रदर्शन कर सरकार का ध्यान आकर्षित भी किया था। अब निगम सरकार ने उनकी मांगों पर प्रमुखता से विचार करते हुए उन्हें नियमित करने का फैसला लिया है। बीतें दिनों नगर निगम परिषद की बैठक में भोपाल के ओल्ड अशोका गार्डन को रामबाग कहने और हमीदिया कॉलेज और अस्पताल का नाम दिवंगत पूर्व विधायक रमेश शर्मा गुट्टू भैया के नाम पर करने का प्रस्ताव पारित किया गया। इसके अलावा नगर निगम के अस्थायी कर्मचारियों को नियमित करने का प्रस्ताव रखा गया, जिसे सभी पार्षदों ने मंजूरी दी। निगम के इस फैसले से 1,000 संविदा कर्मचारी नियमित होंगे।
इस मुद्दे को लेकर बैठक में जमकर हंगामा
भोपाल नगर निगम की बैठक में दो प्रतिष्ठित स्थानों के नाम बदले जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। इसके अनुसार, अशोका गार्डन इलाका अब ‘रामबाग’ के नाम से जाना जाएगा। वहीं हमीदिया कॉलेज व अस्पताल का नामकरण दिवंगत विधायक रमेश शर्मा ‘गुट्टू भैया’ के नाम पर किए जाने का फैसला किया गया है। रिषद ने इन फैसलों को ऐतिहासिक बताते हुए शहर की सांस्कृतिक विरासत और सम्मानबोध के लिहाज से बड़ी उपलब्धि बताई थी। हालांकि, इस फैसले का विरोध शुरू हो गया है। भाजपा और कांग्रेस पार्षदों के बीच इस मुद्दे को लेकर तीखी बहस हुई। इससे चलते कुछ देर के लिए बैठक स्थगित करनी पड़ी।

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