छिंदवाड़ा, 10 अक्टूबर (भाषा) मध्यप्रदेश में 20 से ज्यादा बच्चों की मौत से जुड़े ‘दूषित’ कफ सिरप ‘कोल्ड्रिफ’ बनाने वाली तमिलनाडु की श्रीसेन फार्मा कंपनी के मालिक रंगनाथन गोविंदन को शुक्रवार को यहां की एक अदालत ने 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।
विशेष जांच दल (एसआईटी) प्रमुख जितेंद्र जाट ने बताया कि रंगनाथन को बृहस्पतिवार को तमिलनाडु से हिरासत में लिया गया था और चेन्नई की एक अदालत से ट्रांजिट रिमांड पर लाए जाने के बाद परासिया शहर में अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश गौतम गुर्जर के समक्ष पेश किया गया।
जाट ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि अदालत ने रंगनाथन गोविंदन को 10 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
अतिरिक्त जिलाधिकारी धीरेंद्र सिंह नेत्री ने बताया कि अब तक ‘दूषित’ कोल्ड्रिफ सिरप के कारण 22 बच्चों की मौत हो चुकी है।
अधिकारियों के अनुसार, छिंदवाड़ा और अन्य जिलों के इन बच्चों की मौत संदिग्ध रूप से गुर्दे खराब होने के कारण हुई है, जिसका संबंध ‘दूषित’ कोल्ड्रिफ कफ सिरप के सेवन से है।
उन्होंने बताया कि राज्य के कुछ बच्चों का पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के नागपुर में इलाज जारी है।
जाट ने बताया कि जिस फैक्टरी में कफ सिरप बनाया जा रहा था, उसे सील कर दिया गया है।
मोहन यादव सरकार ने इस सप्ताह की शुरुआत में दो दवा निरीक्षकों और खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) के एक उपनिदेशक को निलंबित कर दिया था।
बच्चों की मौत की जांच के बीच राज्य के औषधि नियंत्रक का तबादला भी कर दिया गया जबकि पुलिस ने छिंदवाड़ा के डॉ. प्रवीण सोनी को कथित लापरवाही के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
परासिया की एक अदालत ने सोनी की जमानत याचिका बुधवार को खारिज कर दी।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने डॉ. सोनी की गिरफ्तारी का विरोध किया और एसोसिएशन के सदस्यों ने गिरफ्तारी के विरोध में काली पट्टियां बांधी।
भाषा सं दिमो जितेंद्र
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