मानव अपशिष्ट की गाद से जैविक खाद बनाने वाला 'देश का पहला ग्रामीण संयंत्र' इंदौर में शुरू |

मानव अपशिष्ट की गाद से जैविक खाद बनाने वाला ‘देश का पहला ग्रामीण संयंत्र’ इंदौर में शुरू

मानव अपशिष्ट की गाद से जैविक खाद बनाने वाला 'देश का पहला ग्रामीण संयंत्र' इंदौर में शुरू

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:59 PM IST, Published Date : October 5, 2021/6:03 pm IST

इंदौर, पांच अक्टूबर (भाषा) मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के काली बिल्लौद गांव में मानव अपशिष्ट की गाद से जैविक खाद बनाने वाला संयंत्र मंगलवार को शुरू किया गया जिसे राज्य सरकार द्वारा देश में अपनी तरह की पहली ग्रामीण इकाई बताया जा रहा है।

राज्य के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया ने इंदौर शहर से करीब 35 किलोमीटर दूर काली बिल्लौद में करीब 80 लाख रुपये की लागत से बनाए गए ‘फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट’ का लोकार्पण किया।

उन्होंने इस मौके पर कहा, ‘यह ग्रामीण भारत में शुरू होने वाला पहला फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट है। यह मानव अपशिष्ट निपटान संयंत्र ग्रामीण स्वच्छता के क्षेत्र में समूचे मध्यप्रदेश के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है।’

अधिकारियों ने बताया कि काली बिल्लौद और इसके आस-पास के छह अन्य ग्राम पंचायत क्षेत्रों के सैकड़ों शौचालयों के सैप्टिक टैंक से मानव अपशिष्ट की गाद इस संयंत्र में लाई जाएगी जहां इसका निपटान करके इसे जैविक खाद में बदला जाएगा।

उन्होंने बताया कि संयंत्र में बनी जैविक खाद कृषकों के खेतों को उपजाऊ बनाने में मदद करेगी।

भाषा हर्ष अमित

अमित

 

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