भोपाल, 22 सितंबर (भाषा) आतंकवाद के कथित वित्त पोषण के खिलाफ राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की अगुवाई में छेड़े गए देशव्यापी अभियान के तहत पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के चार कार्यकर्ताओं को मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया गया है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि एनआईए ने पीएफआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने के लिए प्रदेश पुलिस की सहायता ली।
अधिकारी ने अधिक जानकारी दिए बिना कहा कि इनमें से तीन कार्यकर्ताओं को इंदौर के सदर बाजार और अन्य इलाकों से गिरफ्तार किया गया है। हालांकि पुलिस ने चौथी गिरफ्तारी का विवरण साझा नहीं किया।
एनआईए की अगुवाई में कई एजेंसियों ने बृहस्पतिवार को सुबह 11 राज्यों में एक साथ छापे मारे और देश में आतंकवाद के वित्त पोषण में कथित तौर पर शामिल पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के 106 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया।
इस बारे में पूछे जाने पर मिश्रा ने संवाददाताओं से कहा कि एनआईए ने प्रदेश पुलिस की सहायता ली। हालांकि मिश्रा ने यह कहकर अधिक विवरण साझा करने से इनकार कर दिया कि ‘‘यह एक गोपनीय मामला है और एनआईए इस राष्ट्रव्यापी अभियान का नेतृत्व कर रही है। मेरा मंत्रालय इस बारे में पूरी तरह से सजग है लेकिन चूंकि यह गंभीर मामला है इसलिए हमें इसकी गोपनीयता बनाए रखनी चाहिए।’’
अधिकारियों ने बताया कि सबसे अधिक गिरफ्तारी केरल (22) में हुयी है, और इसके बाद महाराष्ट्र (20), कर्नाटक (20), तमिलनाडु (10), असम (9), उत्तर प्रदेश (8), आंध्र प्रदेश (5), मध्यप्रदेश (4), पुडुचेरी (3), दिल्ली (3) और राजस्थान (2) में की गईं।
एनआईए ने इसे ‘अब तक का सबसे बड़ा जांच अभियान’ करार दिया।
अभी गिरफ्तारियों का विवरण उपलब्ध नहीं है, लेकिन अधिकारियों ने कहा कि एनआईए, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और 11 राज्यों के पुलिस बल ने गिरफ्तारियां की हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, आतंकवादियों को कथित तौर पर धन मुहैया कराने, उनके लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था करने और लोगों को प्रतिबंधित संगठनों से जुड़ने के लिए बरगलाने में कथित तौर पर शामिल व्यक्तियों के परिसरों पर छापे मारे जा रहे हैं।
पीएफआई की स्थापना 2006 में केरल में की गई थी और इसका मुख्यालय दिल्ली में है। वह भारत में हाशिये पर पड़े वर्गों के सशक्तिकरण के लिए नव सामाजिक आंदोलन चलाने का प्रयास करने का दावा करता है।
भाषा दिमो हर्ष मनीषा रंजन
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