भोपाल, 13 अक्टूबर (भाषा) मध्यप्रदेश सरकार ने 15 नवंबर को मनाए जाने वाले जनजातीय गौरव दिवस पर जेलों में बंद अच्छे आचरण वाले करीब 29 कैदियों को रिहा करने का फैसला किया है। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने दावा किया कि जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाए जाने वाले बिरसा मुंडा की जयंती पर जेल की सजा काटने के दौरान अच्छे व्यवहार के आधार पर कैदियों को रिहा करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य बन जाएगा।
इस साल यह पांचवां मौका होगा जब सरकार ऐसे कैदियों को रिहा करेगी।
एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, चालू वर्ष में कैदियों को चार मौकों पर अच्छे आचरण पर रिहा किया गया है।
राजभवन के एक अधिकारी ने बताया कि यह ताजा कदम राज्यपाल मंगूभाई पटेल की सिफारिश पर उठाया गया है, जिन्होंने अच्छे आचरण वाले कैदियों को माफी देने की वकालत की थी।
उन्होंने कहा कि 2025 के दौरान, गणतंत्र दिवस, आंबेडकर जयंती, स्वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती पर कुल 523 कैदियों को रिहा किया गया है।
विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘आदिवासी गौरव दिवस पर सरकार करीब 29 और कैदियों को रिहा करेगी। इनमें आठ अनुसूचित जनजाति समुदायों के हैं।’’
मध्यप्रदेश में 2011 की जनगणना के अनुसार 1.53 करोड़ से अधिक की आदिवासी आबादी थी, जो 7.26 करोड़ से अधिक की कुल आबादी का 21.08 प्रतिशत है।
भाषा सं ब्रजेन्द्र धीरज
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