मध्य प्रदेश हरित ऊर्जा का केन्द्र बनेगा: मुख्यमंत्री यादव

मध्य प्रदेश हरित ऊर्जा का केन्द्र बनेगा: मुख्यमंत्री यादव

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  • Publish Date - November 12, 2025 / 08:22 PM IST,
    Updated On - November 12, 2025 / 08:22 PM IST

भोपाल, 12 नवंबर (भाषा) मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार को कहा कि हरित या नवकरणीय ऊर्जा समय की जरूरत है और निजी क्षेत्र की भागीदारी से मध्यप्रदेश इसका केंद्र बनकर उभरेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि एकीकृत ऊर्जा उत्पादन प्रणाली के ज़रिए, मध्यप्रदेश देश के साथ-साथ नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ रहा है।

यादव राज्य की राजधानी में मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास समत्व भवन से वीडियो कॉन्फ्रेंस के ज़रिए रिलायंस ग्रीन एनर्जी द्वारा भोपाल, इंदौर और सतना में लगाए गए तीन नए कंप्रेस्ड बायोगैस (सीबीजी) संयंत्र के उद्घाटन के मौके पर बोल रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘निजी भागीदारी और समर्थन से हम मध्यप्रदेश को हरित ऊर्जा का केंद्र बनाएंगे। यह समय की ज़रूरत है।’

यादव ने कहा कि ये अत्याधुनिक बीसीजी संयंत्र साझेदारी और प्रगति के प्रतीक हैं क्योंकि ये कचरे को ऊर्जा में बदलते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में बहुत उपजाऊ ज़मीन है और बीसीजी संयंत्र से ऊर्जा उत्पादन से राज्य में पराली जलाने में कमी आएगी।

यादव ने पद संभालने के बाद 2023-24 में इन तीनों इकाइयों का भूमि पूजन किया था और वर्चुअली इनका उद्घाटन भी किया। रिलायंस ग्रीन एनर्जी राज्य में छह सीबीजी संयंत्र लगा रही है। इनमें से तीन इकाई उत्पादन के लिए तैयार हैं और बुधवार को उनका उद्घाटन किया गया। बाकी संयंत्र – जबलपुर, बालाघाट और सीहोर बनाए जा रहे हैं।

एक अधिकारी ने बताया कि निजी कंपनी ने इन छह संयंत्र में लगभग 700 करोड़ रुपये का निवेश किया है और इनकी कुल उत्पादन क्षमता सालाना 45,000 टन होने का अनुमान है।

उन्होंने कहा कि इन इकाई के चालू होने से सालाना लगभग 17,000 टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन कम होगा, जो सरकार के पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों का एक मज़बूत सबूत है।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘आज स्वच्छ ऊर्जा, हरित विकास और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के एक नए युग की शुरुआत हो रही है। भोपाल के आदमपुर छावनी इलाके में राज्य के सबसे बड़े और सबसे आधुनिक कंप्रेस्ड बायोगैस संयंत्र का उद्घाटन किया जा रहा है।’

भाषा दिमो शोभना

शोभना