फूलों के पुनर्चक्रण से अगरबत्ती बनाने के लिए एमडीपीएच ने हेल्प अस ग्रीन के साथ करार किया

फूलों के पुनर्चक्रण से अगरबत्ती बनाने के लिए एमडीपीएच ने हेल्प अस ग्रीन के साथ करार किया

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  • Publish Date - January 20, 2022 / 08:41 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:28 PM IST

भोपाल, 20 जनवरी (भाषा) इंदौर स्थित प्रमुख अगरबत्ती निर्माता मैसूर दीप परफ्यूमरी हाउस (एमडीपीएच) ने फूलों की पुनर्चक्रण तकनीक के क्षेत्र में अग्रणी ‘हेल्प अस ग्रीन’ के साथ फूलों को पुनर्चक्रित कर अगरबत्ती बनाने के लिए करार किया है।

कंपनी ने बृहस्पतिवार को जारी एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘एमडीपीएच और ‘हेल्प अस ग्रीन’ ने हाल ही में फूलों को पुनर्चक्रित कर बनाई गई सुंगधित अगरबत्ती “नेचर फ्लॉवर” को बाजार में उतारने के लिए करार पर हस्ताक्षर किया है।’’

एमडीपीएच के प्रबंध भागीदार अंकित अग्रवाल ने कहा, ‘‘हेल्प अस ग्रीन के सहयोग से ”नेचर फ्लॉवर” अगरबत्ती ब्रांड का निर्माण देश में पवित्र स्थलों से फूलों के अपशिष्ट को कम करने में हमारा छोटा योगदान है। इससे पर्यटकों और स्थानीय निवासियों के लिए स्वच्छ पर्यावरण का भी निर्माण होगा।’’

उन्होंने कहा कि इसके अलावा फूलों के अपशिष्ट और मुरझाए फूलों को संकलित करने के लिए हम विभिन्न नगर निगमों से बातचीत कर रहे हैं।

‘हेल्प अस ग्रीन’ के संस्थापक और संचालक करण रस्तोगी ने कहा, ‘‘एमडीपीएच के साथ करार महत्वपूर्ण है क्योंकि एक राष्ट्रीय ब्रांड अपशिष्ट प्रबंधन के बारे में सोच रहा है और सुनिश्चित कर रहा है कि यह कार्य सर्वश्रेष्ठ संभव तरीके से आम जनता तक पहुंचे। नदियों के संवर्धन और पवित्र स्थलों को स्वच्छ रखने के अलावा हम मंदिर अपशिष्ट के इर्द-गिर्द एक चक्राकार अर्थव्यवस्था निर्माण कर रोजगार अवसरों का सृजन करेंगे।”

उन्होंने कहा, “योजना केवल फेंके गए फूलों के पुनर्चक्रण के बारे में नहीं है बल्कि आजीविका के अवसर देने से भी जुड़ी है।’’

भाषा दिमो अर्पणा

अर्पणा