इंदौर के चिड़ियाघर से लापता तेंदुआ वन विभाग के दफ्तर के पास मिला |

इंदौर के चिड़ियाघर से लापता तेंदुआ वन विभाग के दफ्तर के पास मिला

इंदौर के चिड़ियाघर से लापता तेंदुआ वन विभाग के दफ्तर के पास मिला

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:46 PM IST, Published Date : December 7, 2021/1:04 pm IST

इंदौर, सात दिसंबर (भाषा) मध्य प्रदेश में इंदौर के कमला नेहरू चिड़ियाघर से छह दिन पहले रहस्यमयी हालात में लापता हुए तेंदुआ शावक को मंगलवार को वन विभाग के दफ्तर के पास से बरामद किया गया।

वन मंडलाधिकारी (डीएफओ) नरेंद्र पांडवा ने ‘‘पीटीआई-भाषा’’ को बताया कि उनके विभाग के नवरतन बाग स्थित दफ्तर के पास कुछ लोगों ने तेंदुआ शावक को देखा और इसके बाद उसे पकड़ लिया गया। पांडवा ने बताया, ‘‘पर्याप्त भोजन नहीं मिलने से तेंदुआ शावक काफी कमजोर लग रहा था। स्वास्थ्य जांच और इलाज के लिए उसे कमला नेहरू चिड़ियाघर भेज दिया गया है।’’

चश्मदीदों के मुताबिक तेंदुआ शावक वन विभाग के दफ्तर के पास जिस जगह मिला, वह चिड़ियाघर से करीब तीन किलोमीटर दूर है। ऐसे में सवाल उठे हैं कि सघन आबादी वाले शहरी क्षेत्र में पिछले छह दिनों के दौरान वह किसी व्यक्ति को क्यों नहीं दिखा, जबकि चिड़ियाघर और वन विभाग के कर्मचारी उसे लगातार खोज रहे थे। इस बारे में पूछे जाने पर डीएफओ ने कहा, ‘‘किसी तेंदुए या बाघ के लिए तीन किलोमीटर का फासला कुछ भी नहीं होता।’’

अधिकारियों ने बताया कि अपनी मां से बिछड़ने के बाद जंगल में घूम रहे छह महीने के मादा तेंदुआ शावक को वन विभाग ने बुरहानपुर जिले में बचाया था और उसके पिछले पैरों में जख्म दिखाई देने पर उसे बेहतर इलाज के लिए एक दिसंबर की रात इंदौर के चिड़ियाघर लाया गया था।

चिड़ियाघर के प्रभारी उत्तम यादव के मुताबिक वन विभाग का दल तेंदुआ शावक के पिंजरे वाली गाड़ी को बुधवार रात चिड़ियाघर परिसर में छोड़कर रवाना हो गया था। उन्होंने कहा, ‘‘हमने वन विभाग के अफसरों को पहले ही बता दिया था कि हम रात के वक्त तेंदुआ शावक को चिड़ियाघर के पिंजरे में स्थानांतरित नहीं कर सकते।’’

यादव के मुताबिक तेंदुआ शावक को स्थानांतरित करने के लिए वन विभाग की गाड़ी में रखे पिंजरा की जाली दो दिसंबर की सुबह टूटी मिली थी और शावक उसमें नहीं था।

भाषा हर्ष हर्ष सुरभि

सुरभि

 

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