MP News: ‘ये स्कूल है आश्रम नहीं’.. तिलक लगाकर स्कूल पहुंची छात्रा तो बौखलाया प्रिंसिपल, कहा- कल अपना टीसी ले जाना
'ये स्कूल है आश्रम नहीं'.. तिलक लगाकर स्कूल पहुंची छात्रा तो बौखलाया प्रिंसिपल, Principal got furious when a girl student applied Tilak in Katni
- छात्रा को तिलक लगाने पर टीसी लेने को कहा गया
- शिक्षा विभाग ने जांच के आदेश दिए
कटनी: MP News: मध्यप्रदेश के कटनी जिला अंतर्गत ढीमरखेड़ा के मुरवारी स्थित शासकीय आरके गौतम हायर सेकेंडरी स्कूल से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां स्कूल की एक छात्रा को माथे पर तिलक लगाने के कारण न केवल फटकार लगाई गई, बल्कि उसे स्थानांतरण प्रमाण पत्र लेने और स्कूल छोड़ने को कहा गया। इस मामले का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इधर मामले में जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच के निर्देश दिए गए हैं।
MP News: स्कूल में पढ़ने वाली एक छात्रा ने आरोप लगाया है कि वह रोज की तरह माथे पर चंदन तिलक लगाकर स्कूल पहुंची। जब प्राचार्य रतन भलावे की नजर की नजर पड़ी तो उन्होंने उसे अपने कार्यालय में बुलाया और कथित तौर पर कहा कि ये मंदिर नहीं है, ना ही कोई आश्रम, जो तुम तिलक लगाकर स्कूल आ रही हो। इसके बाद प्राचार्य ने छात्रा को तिलक मिटाने को मजबूर किया। इतना ही नहीं प्राचार्य ने छात्रा से कहा कि कल अपने माता-पिता को लेकर आना और टीसी ले जाना। किसी आश्रम में दाखिला ले लो। तुम्हारे जाने से हमारे स्कूल का कुछ नहीं बिगड़ेगा। प्राचार्य के कथित व्यवहार से छात्रा मानसिक रूप से टूट गई और रोती हुई घर लौटी। उसने परिजनों को पूरी घटना बताई, जिससे माता-पिता बेहद आहत हुए। परिवार का कहना है कि छात्रा की धार्मिक पहचान के साथ किए गए इस व्यवहार ने उसे अपमानित और असुरक्षित महसूस कराया है। घटना की खबर फैलते ही स्थानीय समुदाय में भी रोष फैल गया है। लोगों का कहना है कि अगर स्कूलों में बच्चों को धार्मिक प्रतीकों के आधार पर शर्मिंदा किया जाएगा तो ये संविधान में दिए गए धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन है।
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इस मामले पर जिला शिक्षा अधिकारी पृथ्वी पाल ने बताया कि उन्हें शिकायत प्राप्त हुई है और संबंधित वीडियो की जांच के निर्देश दिए गए हैं। मौके पर जाकर मामले की जांच करवाई जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि यह मामला धार्मिक प्रतीकों और व्यक्तिगत स्वतंत्रता को लेकर गहराते तनाव के बीच नए विवाद के रूप में सामने आया है। अब सभी की नजरें जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की जांच रिपोर्ट और संभावित कार्रवाई पर टिकी हैं।

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