पाठशाला बनी मधुशाला, स्कूल में शाम होते ही छलकते हैं जाम, विद्यालय के पीछे खुली शराब की दुकान

satna school Liquor latest news नियमों की अनदेखी कर स्कूल के बगल में ही देशी शराब की दुकान खोली गई है, शाम होते ही पाठशाल बन जाती है मधुशाला

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  • Publish Date - December 16, 2022 / 06:28 PM IST,
    Updated On - December 16, 2022 / 07:12 PM IST

satna school Liquor latest news: सतना। मध्य प्रदेश के सतना में एक सरकारी स्कूल शाम होते ही मधुशाला में तब्दील होने का मामला सामने आया है। यहां नियमों की अनदेखी कर स्कूल के बगल में ही देशी शराब की दुकान खोली गई है। ऐसे में शाम होते ही शराब के शौकीनों का यहा जमावड़ा लग जाता है। पाठशाला में जगह जगह शराब की बोतलें फैली रहती है। मामला पिथौराबाद शरकारी स्कूल का है। मामला उचेहरा ब्लाक अंतर्गत पोंडी में पिथौराबाद माध्यमिक स्कूल का है। जिसके पीछे ही शराब की दुकान खुली है।

नियमों का हो रहा उल्लंघन

satna school Liquor latest news:नियमों की माने तो शराब, बीयर, भांग की दुकान और बार किसी धार्मिक स्थल, हॉस्पिटल, विद्यालय से कम से कम 50 से 100 मीटर की दूरी पर होना अनिवार्य है। लेकिन पिथौराबाद में महज कुछ ही मीटर की दूरी पर स्कूल के ठीक पीछे शराब की दुकान संचालित हो रही है। शराब के शौकीन शराब तो दुकान से लेते है लेकिन स्कूल के कमरों और परिसर में बैठकर शराब का सेवन करते है। पूरे स्कूल परिसर में शराब की खाली बोतल और गंदगी फैली रहती है।

शाम को खुलती है शराब की बॉटलें

satna school Liquor latest news:गौरतलब है कि यहां दो सौ से ज्यादा मासूम बच्चे अपना भविष्य संवारने आते है और पहली नजर में इन्हें शराब की खाली बोतले देखने को रोज मिलती है। स्कूल जाने वाले बच्चों के कोमल मन पर गलत असर पड़ रहा दिन में पाठशाला चलती है और शाम को यही पाठशाला मधुशाला बन जाती है। स्कूल आने पर बच्चों का सबसे पहला काम शराब की बोतलों को हटाने का रहता है। मामले पर जिला शिक्षा अधिकारी की माने तो स्कूल के पास खुली शराब की दुकान से परेशानी हो रही। इस मामले में सक्षम विभाग को पत्र लिखा जाएगा।

आबकारी अधिकारी का बयान

satna school Liquor latest news: इस मामले में जिला आबकारी अधिकारी का अलग ही तर्क है। इनकी माने तो स्थल परीक्षण कर ही दुकान की परमिशन दी गई। इसके बाबजूद जांच कराकर एक बार फिर भौतिक सत्यापन कराया जाएगा। बहरहाल मामला मासूमों के भविष्य से जुड़ा है। यहा प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल संचालित है जहां सैकड़ो की तादात में छात्र छात्राएं पठन पाठन करने आते है, मगर स्कूल का माहौल खराब है। स्कूल में मादक पदार्थ के अवशेष देख उनके मनों को विचलित कर सकता हैं। जरूरत है इसे रोकने की स्वस्थ्य वातावरण बनाने की ताकि छात्र छात्राएं स्वच्छ मन से पठन पाठन कर भविष्य सवार सके।

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