हर क्षेत्र में है सामाजिक अन्याय , 90 प्रतिशत आबादी के लोगों के लिए कोई अहम भूमिका नहीं: राहुल

हर क्षेत्र में है सामाजिक अन्याय , 90 प्रतिशत आबादी के लोगों के लिए कोई अहम भूमिका नहीं: राहुल

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  • Publish Date - March 5, 2024 / 07:21 PM IST,
    Updated On - March 5, 2024 / 07:21 PM IST

(तस्वीरों के साथ)

शाजापुर (मप्र), पांच मार्च (भाषा) कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि देश के हर संस्थान में सामाजिक अन्याय व्याप्त है। उन्होंने दावा किया कि 90 प्रतिशत आबादी वाले पिछड़े, दलित और अन्य श्रेणियों के सदस्य किसी भी प्रमुख पद पर नहीं हैं।

गांधी शनिवार को मध्य प्रदेश में प्रवेश करने के बाद अपनी ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान राज्य के शाजापुर में एक खुली जीप पर बैठकर एक सभा को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा, ‘इस देश में पिछड़े वर्ग के लोगों की आबादी कितनी है? यह 50 प्रतिशत है, फिर दलित 15 प्रतिशत, अनुसूचित जनजाति (एसटी) आठ प्रतिशत और अल्पसंख्यक 15 प्रतिशत हैं, जो कुल लगभग 90 प्रतिशत होता है। अब आप शीर्ष उद्योगपतियों और शीर्ष कंपनियों के प्रबंधन की सूची निकालें, तो आपको इस 90 प्रतिशत वर्ग से संबंधित एक भी व्यक्ति नहीं मिलेगा।’’

उन्होंने दावा किया, ‘मीडिया में भी यही स्थिति है। आपको पिछड़े, दलित या एसटी वर्ग से आने वाला एक भी बड़ा पत्रकार नहीं मिलेगा। टीवी एंकरों के साथ-साथ मीडिया मालिकों के साथ भी यही स्थिति है।’

उन्होंने कहा, ‘‘ इसी तरह, यदि आप नौकरशाही को देखें, तो केंद्र में 90 आईएएस अधिकारी पूरे देश का बजट आवंटित करते हैं। मध्य प्रदेश में भी 60-70 आईएएस अधिकारी राज्य का बजट आवंटित करते हैं। अगर आप सूची पर नजर डालें तो आपको 90 फीसदी वर्ग का एक भी व्यक्ति नहीं मिलेगा। अगर कोई है भी तो वह छोटे बजट वाला कोई छोटा-मोटा मंत्रालय ही देख रहा होगा।’’

गांधी ने कहा कि इसलिए इसे सामाजिक अन्याय कहा जाता है और यह हर संस्थान में हो रहा है।

उन्होंने कहा कि इसी तरह निजी अस्पतालों, महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के मालिकों की सूची में 90 फीसदी वर्ग का एक भी व्यक्ति नहीं मिलेगा। उन्होंने दावा किया कि इन संस्थानों में आपको कोई दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक वर्ग का व्यक्ति नहीं मिलेगा।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘देश में हो यह रहा है कि तीन से चार फीसदी लोगों ने (सत्ता/संसाधनों पर) कब्जा कर लिया है और उस वर्ग में कोई घुस ही नहीं सकता। सबसे ऊपर अडानी और अंबानी बैठे हैं और 30-40 नौकरशाह, आईएएस अधिकारी वहां हैं जो सभी निर्णय लेते हैं।’

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि पटवारी, पुलिस और अन्य पदों के लिए सरकारी नौकरियों की परीक्षाओं के पेपर लीक होने से गरीबों के बच्चों को काफी परेशानी होती है जबकि 3-4 प्रतिशत वर्ग के बच्चों को परीक्षा के प्रश्न पत्र उनके फोन पर मिलते हैं और वे केवल उसमें उल्लेखित पांच प्रश्नों की तैयारी करते हैं।

उन्होंने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर लोगों को धर्म, जाति और भाषा के आधार पर आपस में लड़ाने का भी आरोप लगाया।

शाजापुर में गांधी के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी मौजूद थे।

गांधी की यात्रा बाद में उज्जैन पहुंची, जहां मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ उनके साथ भगवान शिव की पूजा करने के लिए महाकालेश्वर मंदिर गए।

कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, गांधी ने राज्य और देश के लोगों की प्रगति के लिए प्रार्थना की।

भाषा दिमाे सं राजकुमार