राजगढ़/ भिंड, 30 जून (भाषा) मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा में लिप्त लोगों पर राजगढ़ और भिंड जिला प्रशासन ने भारी जुर्माना लगाया और जुर्माना नहीं भरने पर उनकी अवैध संपत्ति को ध्वस्त करने की चेतावनी भी दी है।
अधिकारियों ने कहा कि भिंड जिले में स्थानीय प्रशासन ने 25 जून को पंचायत चुनाव के पहले चरण के दौरान मतपत्रों को छीनने, मतपत्रों पर जबरन मुहर लगाने, मतपेटियों में डालने और मतदान प्रक्रिया को बाधित करने में शामिल चार लोगों के खिलाफ नोटिस जारी किया है।
लहार उप मंडल मजिस्ट्रेट द्वारा चार व्यक्तियों के खिलाफ जारी नोटिस में कहा गया है कि उनके कृत्य के कारण इन मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान हुआ और सरकार को मतदान कर्मियों के वेतन, भोजन, चाय-नाश्ते, टेंट, बिजली, डीजल, कूलर, पंखे, पीने का पानी और पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराने पर 5.02 लाख रुपए खर्च करने पड़े।
अधिकारी ने बताया कि मतदान केंद्र संख्या 52 पर 27 जून को पुनर्मतदान हुआ जिसके लिए 26 जून से व्यवस्था की गई थी।
एसडीएम ने 27 जून को अजय सिंह, धर्मेंद्र सिंह, सौरभ चौहान और रामप्रताप सिंह के खिलाफ नोटिस जारी किया है।
एसडीएम लहार आर ए प्रजापति ने कहा कि उन्हें जल्द ही जुर्माना भरने का निर्देश दिया गया है अन्यथा उनके घरों में अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया जाएगा।
राजगढ़ में भी मतपेटियों को लूटकर मतदान प्रक्रिया में बाधा डालने के आरोप में जिला प्रशासन ने 16 आरोपियों पर एक करोड़ रुपए से अधिक का जुर्माना लगाया है। 25 जून को मतदान के दौरान 16 आरोपियों पर प्रत्येक पर 6,52,000 रुपए का जुर्माना लगाया गया है। इन 16 लोगों पर कुल 1.04 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है।
अधिकारी ने कहा कि राजगढ़ के उप मंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) ने इन 16 लोगों के खिलाफ मतपेटियों को लूटने, मतदान दलों पर हमला करने, पथराव करने और मतपेटियों को छीनने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रशासन इन आरोपियों के अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने के लिए तैयारी कर रहा है।
भाषा सं दिमो शोभना
शोभना