The woman who fell in the river fought for 16 hours with the waves

नदी में गिरी महिला 16 घंटों तक लड़ती रही लहरों से… ग्रामीणों ने रेस्क्यू कर बचाई जान

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:54 PM IST, Published Date : August 12, 2022/6:36 pm IST

Betwa river havoc : विदिशा- पूरे देश के साथ मध्यप्रदेश में भी बारिश का कहर साफ देखा जा रहा है। कई मकान और लोग बारिश की तबाही से प्रभावित हो चुके है। वहीं कुछ लोगों की मौत भी हो चुकी है। मानव के साथ आवागमन के संसाधनों भी प्रभावित होते नजर आ रहे है। प्रदेश के विदिशा जिले में एक महिला ने खुद पर भरोसा कर जीवित रहने की मिशाल पेश की है। भारी बारिश की वजह से एक महिला बेतवा नदी में गिर गई और करीब 16 घंटे तक एक पिलर को पकड़े हुए खड़ी रही। इसके बाद काफी समय के बाद महिला को रेस्क्यू कर बाहर निकाला। महिला अब पूरी तरह से सुरक्षित और स्वास्थ्य है।>>*IBC24 News Channel के WHATSAPP  ग्रुप से जुड़ने के लिए  यहां CLICK करें*<<

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Betwa river havoc : जानकारी अनुसार महिला सोनम दांगी रक्षाबंधन के त्यौहार पर अपने मायके जा रही थी। रात करीब आठ बजे उसकी मोटरसाइकिल फिसल और महिला बेतवा नदी में गिर गई और दूर तक बहती गई। तलाश करने पर रात 11 बजे सूचना मिली कि गंज में जो पुल बन रहा है, उसके पिलर को उसने थाम रखा है। लोहे के सरियों के बीच वह फंसी हुई थी। रात दो बजे बचाव कार्य शुरू हुआ, लेकिन बेतवा नदी में इतना पानी था कि बचाव के लिए नौका भी वहां पहुंच नहीं पा रही थी। तड़के करीब साढ़े चार बजे पांचवें प्रयास में बोट और पांच तैराक वहां तक पहुंचे। महिला को लाइफ जैकेट पहनाकर उसे निकाला जा रहा था, तभी तेज बहाव के कारण होमगार्ड की मोटर बोट पलट गई। पांचों जवान और महिला पानी की तेज धार में बह गए। जब बोट पलट गई तो पांचों जवान तैरकर बाहर निकल गए। करीब एक किमी दूर जाकर वे ऐसा कर सके। महिला ने लाइफ जैकेट पहन रखी थी, लेकिन उसे तैरना नहीं आता था। वह तैरती रही और एक लकड़ी के सहारे बहाव में आगे चली गई। थोड़ी देर बाद पता चला कि 16 किमी दूर ग्राम राजखेड़ा में महिला ने एक पेड़ को पकड़ रखा है। बासौदा के तहसीलदार ने स्थानीय लोगों की मदद से ट्यूब के माध्यम से महिला को बाहर निकाला। महिला हाइपोथर्मिया की वजह से  अस्पताल में भर्ती है और खतरे से बाहर है। वहीं देखा जाए तो ऐसी और भी घटना सामने आई है। वहीं जबलपुर में भी नर्मदा भी उफान पर देखी जा रही है। जलस्तर अधिक होने की वजह से बांधों के गेट खोले जा रहे है। जनजीवन अस्त-व्यस्त होता नजर आ रहा है।

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