भारत में वीर सावरकर युग पहले ही आ चुका है: केंद्रीय सूचना आयुक्त

भारत में वीर सावरकर युग पहले ही आ चुका है: केंद्रीय सूचना आयुक्त

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  • Publish Date - November 28, 2021 / 08:17 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:57 PM IST

(हर्षवर्धन प्रकाश)

इंदौर (मप्र), 28 नवंबर (भाषा) केंद्रीय सूचना आयुक्त उदय माहूरकर ने कहा है कि हिंदुत्व की राजनीतिक विचारधारा के प्रणेता माने जाने वाले विनायक दामोदर सावरकर का युग भारत में पहले ही आ चुका है और उनकी शख्सियत ‘‘भारत रत्न’’ से ऊपर है।

इंदौर साहित्य महोत्सव में शामिल होने आए माहूरकर ने शनिवार को पीटीआई-भाषा से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘मैं मानता हूं कि सावरकर (की शख्सियत) भारत रत्न से ऊपर है। अगर उन्हें यह सम्मान मिलता है, तो अच्छी बात है। लेकिन अगर उन्हें यह सम्मान नहीं भी मिलता है, तो भी इससे उनके कद पर कोई फर्क नहीं पडे़गा क्योंकि देश में सावरकर युग का आगमन पहले ही हो चुका है।’’

गौरतलब है कि महाराष्ट्र में 2019 में विधानसभा चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने घोषणापत्र में कहा था कि राज्य की सत्ता में आने पर वह ‘भारत रत्न’ के लिए सावरकर के नाम की सिफारिश पार्टी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार से करेगी। इसके अलावा, अलग-अलग दक्षिणपंथी संगठन भी सावरकर को देश के सर्वोच्च सम्मान से नवाजे जाने की मांग पिछले कई साल से कर रहे हैं।

‘वीर सावरकर : द मैन हू कुड हैव प्रिवेंटेड पार्टिशन’ पुस्तक के लेखक ने कहा, ‘‘पहले हम सोच तक नहीं पाते थे कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 कभी हट भी सकता है। लेकिन इस अनुच्छेद को हटा दिया गया। यह कदम देश में सावरकर युग के आगमन का प्रतीक है।’’

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान सावरकर द्वारा अंग्रेजों से कथित तौर पर माफी मांगे जाने संबंधी विवाद पर केंद्रीय सूचना आयुक्त ने कहा, ‘‘भारतीय राजनीति में मुस्लिम तुष्टीकरण की भूख जितनी बढ़ेगी, सावरकर को बदनाम करने की उतनी ही आवश्यकता महसूस की जाएगी क्योंकि वह देश की एकता और अखंडता के सबसे बड़े प्रतीक हैं।’’

भाषा हर्ष नेत्रपाल

नेत्रपाल