विमानन नियामक डीजीसीए ने विभिन्न उल्लंघनों के लिए एअर इंडिया को कारण बताओ नोटिस जारी किये

विमानन नियामक डीजीसीए ने विभिन्न उल्लंघनों के लिए एअर इंडिया को कारण बताओ नोटिस जारी किये

विमानन नियामक डीजीसीए ने विभिन्न उल्लंघनों के लिए एअर इंडिया को कारण बताओ नोटिस जारी किये
Modified Date: July 24, 2025 / 03:12 pm IST
Published Date: July 24, 2025 3:12 pm IST

मुंबई, 24 जुलाई (भाषा) विमानन नियामक डीजीसीए ने एअर इंडिया को चालक दल के सदस्यों के आराम और ड्यूटी मानदंडों, प्रशिक्षण नियमों और परिचालन प्रक्रियाओं से संबंधित विभिन्न उल्लंघनों के लिए चार कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

एयरलाइन द्वारा नियामक के समक्ष कुछ स्वैच्छिक खुलासे करने के एक महीने बाद ये नोटिस जारी किये गये हैं।

सूत्रों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि एयरलाइन द्वारा 20 और 21 जून को नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के समक्ष किए गए स्वैच्छिक खुलासे के आधार पर 23 जुलाई को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए।

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एअर इंडिया के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘हमें नियामक से ये नोटिस प्राप्त हुए हैं, जो पिछले एक साल में एअर इंडिया द्वारा किए गए कुछ स्वैच्छिक खुलासों से संबंधित हैं। हम निर्धारित अवधि के भीतर इन नोटिस का जवाब देंगे। हम अपने चालक दल और यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’

सूत्रों ने बताया कि एअर इंडिया द्वारा 20 जून को किए गए स्वैच्छिक खुलासे के आधार पर तीन कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं, जिनमें कम से कम चार ‘अल्ट्रा लॉन्ग हॉल’ उड़ानों के संबंध में चालक दल की ड्यूटी और विश्राम नियमों का उल्लंघन शामिल है। इनमें से दो उड़ानें 27 अप्रैल को और एक-एक उड़ान 28 अप्रैल और दो मई को संचालित की गई थी।

संयुक्त रूप से 16 घंटे से अधिक समय तक चलने वाली किसी भी उड़ान को ‘‘अल्ट्रा लॉन्ग’’ कहते हैं।

सूत्रों के अनुसार, कम से कम चार उड़ानों के संबंध में चालक दल के प्रशिक्षण और परिचालन प्रक्रिया का भी उल्लंघन हुआ, जिनमें 26 जुलाई, 2024 और नौ अक्टूबर, 2024 तथा 22 अप्रैल, 2025 को संचालित उड़ानें शामिल हैं।

हाल के दिनों में, एअर इंडिया कुछ उल्लंघनों के लिए नियामकीय जांच के घेरे में रही है।

इस बीच, 12 जून को लंदन के गैटविक जा रहा एअर इंडिया का बोइंग 787-8 विमान अहमदाबाद से उड़ान भरने के तुरंत बाद एक इमारत से टकरा गया। इस दुर्घटना में 260 लोगों की मौत हो गई थी।

भाषा शफीक नरेश

नरेश


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