पुणे, 11 जून (भाषा) महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री और भाजपा नेता चंद्रकांत पाटिल ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ‘पितातुल्य’ हैं और अगर कुछ अवांछनीय हो रहा है, तो उन्हें बोलने का अधिकार है।
हाल में संपन्न लोकसभा चुनावों के प्रचार के दौरान राजनीतिक दलों द्वारा मर्यादा नहीं बनाए रखने पर भागवत की ओर से नाराजगी व्यक्त करने के बारे में पूछे जाने पर पाटिल ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि आरएसएस प्रमुख ने वास्तव में क्या कहा है, क्योंकि वह पिछले तीन दिनों से यात्रा कर रहे थे।
उन्होंने कोल्हापुर में संवाददाताओं से कहा, ‘चूंकि मैं पिछले तीन दिनों से यात्रा कर रहा था, इसलिए मुझे उनकी बातें सुनने का मौका नहीं मिला। कुछ बयानों से अलग-अलग निष्कर्ष निकाले जा रहे हैं। हालांकि, मोहनजी हमारे लिए पितातुल्य हैं और अगर घर में कुछ हुआ है, तो उन्हें बोलने का अधिकार है।”
आरएसएस प्रशिक्षुओं की एक सभा को संबोधित करते हुए सोमवार को नागपुर में भागवत ने कहा था कि राजनीतिक दल और नेता एक-दूसरे के बारे में बुरा-भला कहते समय इस बात पर ध्यान नहीं दे रहे हैं कि इससे समुदायों के बीच दरार पैदा हो सकती है।
उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि आरएसएस को भी बिना किसी कारण के इसमें घसीटा जा रहा है।
लोकसभा चुनाव परिणामों के बारे में पूछे जाने पर कैबिनेट मंत्री पाटिल ने कहा कि भाजपा राष्ट्रीय स्तर पर और महाराष्ट्र में राज्य स्तर पर अपने प्रदर्शन का विश्लेषण करेगी। राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2019 में 23 सीट जीती थी और इस बार नौ सीट ही जीत सकी।
भाषा नोमान दिलीप
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