पुणे कार दुर्घटना के आरोपी के रक्त नमूने बदले; दो चिकित्सक व कर्मचारी को 30 मई तक पुलिस हिरासत

पुणे कार दुर्घटना के आरोपी के रक्त नमूने बदले; दो चिकित्सक व कर्मचारी को 30 मई तक पुलिस हिरासत

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  • Publish Date - May 27, 2024 / 11:30 PM IST,
    Updated On - May 27, 2024 / 11:30 PM IST

पुणे, 27 मई (भाषा) पुलिस को संदेह है कि सोमवार को गिरफ्तार किए गए ससून अस्पताल के दो चिकित्सकों द्वारा पोर्श कार दुर्घटना में आरोपी नाबालिग चालक के रक्त नमूने को किसी अन्य व्यक्ति के नमूने से बदलने के लिए कथित तौर पर ‘रिश्वत’ दी गई।

न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी ए.ए. पांडे की अदालत ने अस्पताल के दो चिकित्सक और एक कर्मचारी को 30 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया था, हालांकि अभियोजन पक्ष ने दस दिन की हिरासत की मांग की थी।

अभियोजन पक्ष ने कहा कि नाबालिग के पिता ने दोनों चिकित्सक में से एक से नमूने बदलने के लिए कहा था, पुलिस इस बात का पता लगाना चाह रही है कि नमूनों में हेरफेर करने के निर्देश किसने दिए थे।

पुलिस ने सरकारी अस्पताल के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. अजय तावड़े और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. श्रीहरि हलनोर को खून के नमूने में बदलाव करने और सबूत को नष्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया था।

तीसरे गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान अतुल घाटकाम्बले के तौर पर की गई है जो डॉ. तावड़े के अधीन काम करता है।

लोक अभियोजक नीलेश ने अदालत को बताया कि आरोपियों ने वित्तीय लाभ के लिए अपने-अपने पद का दुरुपयोग किया और नाबालिग के रक्त के नमूनों के सबूत नष्ट कर दिए और उनकी जगह अन्य व्यक्तियों के रक्त के नमूने ले लिए।

उन्होंने कहा कि पुलिस आरोपियों से आमने-सामने पूछताछ करना चाहती है।

लोक अभियोजक ने अदालत को बताया कि किशोर के पिता (विशाल अग्रवाल) ने डॉ. तवाड़े को बुलाया था और उन्हें नमूने बदलने का निर्देश दिया था।

उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस इस बात का पता लगाना चाह रही है कि विशाल अग्रवाल के अलावा किसके निर्देश पर रक्त के नमूने बदले गए थे।’’

अभियोजक ने कहा कि जांच से पता चला कि रक्त के नमूने बदलने के लिए ‘रिश्वत’ के रूप में कुछ वित्तीय लेनदेन हुआ है। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस आरोपियों के घर की तलाशी भी लेना चाहती है।

पुलिस यह पता लगाने के लिए कि आरोपी चिकित्सकों से कौन मिलने आया था, इसके लिए ससून अस्पताल के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और उसके डीवीआर बरामद कर रही है।

पुलिस के मुताबिक 19 मई को एक तेज रफ्तार लग्जरी पोर्श कार ने मोटरसाइकिल सवार दो आईटी पेशेवरों को कुचल दिया था जिससे उनकी मौत हो गई थी। उसके मुताबिक कार कथित तौर पर बिल्डर विशाल अग्रवाल का 17 वर्षीय बेटा चला रहा था और उसने हादसे के समय शराब पी रखी थी।

भाषा खारी प्रशांत

प्रशांत