महाराष्ट्र में पहली बार ओमीक्रोन के उप-स्वरूप बी.ए. 4 के चार, बी.ए.5 के तीन मामले सामने आए |

महाराष्ट्र में पहली बार ओमीक्रोन के उप-स्वरूप बी.ए. 4 के चार, बी.ए.5 के तीन मामले सामने आए

महाराष्ट्र में पहली बार ओमीक्रोन के उप-स्वरूप बी.ए. 4 के चार, बी.ए.5 के तीन मामले सामने आए

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:50 PM IST, Published Date : May 28, 2022/8:47 pm IST

मुंबई, 28 मई (भाषा) महाराष्ट्र में पहली बार कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप के उप-स्वरूप बी.ए. 4 के चार और बी.ए.5 के तीन मरीज पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।

हालांकि एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि ये हल्के उप-स्वरूप हैं और चिंता की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी रोगियों में हल्के लक्षण हैं और घरों पर ही उनका इलाज चल रहा है। दक्षिण अफ्रीका समेत दुनिया के कुछ हिस्सों में अप्रैल में ओमीक्रोन के उप-स्वरूपों के बारे में पता चला था, लेकिन महाराष्ट्र में अब तक इसका कोई मामला सामने नहीं आया था। पिछले सप्ताह तमिलनाडु और तेलंगाना में भी इसके मामले सामने आए थे।

अधिकारी ने कहा, ”विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान ने जीनोम अनुक्रमण किया, जिसके निष्कर्षों की फरीदाबाद स्थित भारतीय जैव डेटा केंद्र ने पुष्टि की है। पुणे के लगभग सात लोगों में ओमीक्रोन के उपस्वरूप का संक्रमण मिला है।”

उन्होंने कहा, ”चार रोगी बी.ए.4 जबकि अन्य बी.ए.5 स्वरूप से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें चार पुरुष और तीन महिलाएं शामिल हैं। चार रोगियों की आयु 50 वर्ष से अधिक और दो की उम्र 20 से 40 वर्ष के बीच है, जबकि एक रोगी की आयु नौ साल है।”

अधिकारी ने कहा, ”सभी छह वयस्क कोविड-19 रोधी टीकों की दोनों खुराक ले चुके हैं, जबकि एक ने तो बूस्टर खुराक भी ले रखी है। बच्चे का टीकाकरण नहीं हुआ है। सभी में कोविड-19 के हल्के लक्षण हैं और घरों में ही उनका इलाज चल रहा है।”

उन्होंने कहा कि उनके नमूने चार से 18 मई के बीच लिए गए थे और उनमें से दो दक्षिण अफ्रीका तथा बेल्जियम गए थे, जबकि तीन ने केरल और कर्नाटक की यात्रा की थी। उन्होंने कहा कि दो अन्य रोगियों का कोई यात्रा इतिहास नहीं है।

महामारी रोग विशेषज्ञ व राज्य के एकीकृत रोग एवं निगरानी कार्यक्रम के अधिकारी डॉक्टर प्रदीप आवते ने कहा कि बी.ए.4 और बी.ए.5 ओमीक्रोन के उप-स्वरूप हैं, जिन्हें हल्का माना जाता है।

उन्होंने कहा, ”उप-स्वरूपों के बारे में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।”

आवते ने कहा, ”हालांकि, ये बेहद संक्रामक होते हैं, जिसके चलते बीते कुछ हफ्तों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि देखी गई है। हर जगह मामलों में वृद्धि हो रही है, लेकिन रोगियों के बड़ी संख्या में अस्पतालों में भर्ती होने के मामले नहीं आ रहे हैं।”

उन्होंने कहा, ”ओमीक्रोन के इन उप-स्वरूपों से हुए संक्रमण में कोई गंभीरता नहीं मिली है। लेकिन राज्य के अधिकारी हालात पर करीबी नजर रखे हुए हैं।”

इससे पहले, 22 मई को तमिलनाडु में बी.ए.4. के जबकि तेलंगाना में बी.ए.5. के मामले सामने आए थे।

भाषा जोहेब नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)