पुणे, 27 मई (भाषा) कान फिल्म फेस्टिवल के 77वें संस्करण में भारतीय फिल्म निर्देशक पायल कपाड़िया को समारोह का दूसरा सबसे प्रतिष्ठित पुरुस्कार मिला, जिसके बाद उन्हें बधाई देने का तांता लग गया और उनके पूर्व संस्थान ‘फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ (एफटीआईआई) के एक बधाई संदेश ने सबसे ज्यादा ध्यान आकर्षित किया।
शनिवार को संपन्न हुए समारोह में पायल कपाड़िया को ‘ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट’ के लिए ‘ग्रांड प्रिक्स’ पुरस्कार प्रदान किया गया।
एफटीआईआई ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर रविवार को एक पोस्ट में कहा, ”यह एफटीआईआई के लिए गर्व का क्षण है क्योंकि उसकी पूर्व छात्रा ने कान में इतिहास रचा दिया। पायल कपाड़िया को पुरस्कार के लिए बधाई।”
कपाड़िया 2015 में एफटीआईआई में हुए प्रदर्शन में मुख्य रूप से शामिल थीं।
उन्होंने प्रसिद्ध टीवी धारावाहिक ‘महाभारत’ में युधिष्ठिर की भूमिका निभाने वाले अभिनेता गजेंद्र चौहान को एफटीआईआई का अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर छात्रों के विरोध-प्रदर्शन का नेतृत्व किया था।
प्रदर्शनकारी छात्रों ने यह कहकर चौहान की नियुक्ति का विरोध किया था कि वह एफटीआईआई संचालन परिषद के पूर्व अध्यक्षों की दृष्टि और कद से मेल नहीं खाते और उनकी नियुक्ति में ‘राजनीतिक रंग’ नजर आ रहा है।
‘फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ (एफटीआईआई) के छात्रों ने 139 दिन तक हड़ताल की थी। इस दौरान उन्होंने कथित तौर पर कुछ शैक्षणिक मुद्दों पर तत्कालीन एफटीआईआई निदेशक प्रशांत पाठराबे का भी घेराव किया और उन्हें उनके कार्यालय में कैद कर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने कुछ प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया।
बाद में कपाड़िया सहित 35 छात्रों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 143, 147, 149, 323, 353 और 506 सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।
अब कपाड़िया की उपलब्धि पर संस्थान की ओर से ‘एक्स’ पर लिखा गया, ”यह एफटीआईआई के लिए गौरव का क्षण है क्योंकि इसके पूर्व छात्रों ने कान में इतिहास रचा है। जैसा कि हम 77वें कान फिल्म फेस्टिवल में भारतीय सिनेमा का अभूतपूर्व प्रदर्शन देख रहे हैं। एफटीआईआई सिनेमा के इस बड़े अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने पूर्व छात्रों की शानदार उपलब्धियों के लिए उन्हें बधाई देता है।”
उन्होंने कहा, ”हम पायल कपाड़िया को ग्रांड प्रिक्स पुरस्कार जीतने के लिए, संतोष सिवन को ‘पियरे एंजनीक्स ट्रिब्यूट सम्मान’ के लिए, चिदानंद एस नाइक को ‘ला सिनेफ’ प्रतियोगिता में जीतने के लिए तथा मैसम अली को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई देते हैं। उनकी उपलब्धियां भारतीय सिनेमा को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही हैं।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी कपाड़िया की उपलब्धि पर प्रसन्नता जताई।
उन्होंने ‘एक्स’ पर की गई पोस्ट में कहा, ‘‘ ‘अपनी फिल्म ‘ऑल वी इमेजिन एज लाइट’ के लिए 77वें कान फिल्म समारोह में ‘ग्रैंड प्रिक्स’ जीतने की ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए पायल कपाड़िया पर भारत को गर्व है। भारत की समृद्ध रचनात्मकता की झलक के साथ एफटीआईआई की पूर्व छात्रा की उल्लेखनीय प्रतिभा वैश्विक मंच पर चमक रही है। यह प्रतिष्ठित सम्मान न केवल उनके असाधारण कौशल का सम्मान करता है, बल्कि भारतीय फिल्म निर्माताओं की नयी पीढ़ी को भी प्रेरित करता है।’
भाषा प्रीति वैभव
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