‘ऑपरेशन सिंदूर’ मसले पर अपने बयान पर कायम हूं: पृथ्वीराज चव्हाण
‘ऑपरेशन सिंदूर’ मसले पर अपने बयान पर कायम हूं: पृथ्वीराज चव्हाण
मुंबई, 17 दिसंबर (भाषा) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने बुधवार को कहा कि वह अपने इस बयान पर कायम है कि सात मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के पहले दिन पाकिस्तान के साथ हवाई संघर्ष में भारत को ‘‘पूरी तरह से हार’’ का सामना करना पड़ा था।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने अप्रैल में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों के खिलाफ भारतीय सैन्य अभियान पर अपनी टिप्पणियों के लिए माफी मांगने से इनकार कर दिया।
चव्हाण ने मंगलवार को पुणे में पत्रकारों से बात करते हुए दावा किया था कि सात मई को (पाकिस्तान के साथ) लगभग आधे घंटे तक चले हवाई संघर्ष में भारत को ‘‘पूरी तरह से हार’’ का सामना करना पड़ा था।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था, ‘‘आप इस बात पर विश्वास करें या न करें, उस दिन एक भी विमान ने उड़ान नहीं भरी… ग्वालियर हो, बठिंडा हो या सिरसा, हर जगह विमान को मार गिराए जाने की आशंका थी, इसलिए भारतीय वायुसेना को उड़ान भरने से रोक दिया गया।’’
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने चव्हाण पर निशाना साधते हुए कांग्रेस पर पाकिस्तान की भाषा बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सैन्य कार्रवाई पर सवाल उठाना सशस्त्र बलों का मनोबल गिराने के समान है।
भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रमुख घटक दल शिवसेना के प्रमुख नेता ने कहा, ‘‘यह आलोचना राष्ट्र प्रेम से नहीं, बल्कि पाकिस्तान प्रेम से उपजी है।’’
चव्हाण हालांकि अपने रुख पर अडिग रहे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘माफी मांगने का तो सवाल ही नहीं उठता। संविधान ने मुझे सवाल पूछने का अधिकार दिया है।’’
चव्हाण ने यह भी सवाल उठाया था कि जब भविष्य के युद्ध हवाई युद्ध और मिसाइलों पर आधारित होंगे तो 12 लाख सैनिकों वाली सेना की क्या आवश्यकता है। उन्होंने कहा था, ‘‘हमने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान देखा है कि सेना एक किलोमीटर भी आगे नहीं बढ़ी।’’
भाजपा के लोकसभा सदस्य एवं प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि चव्हाण की टिप्पणियां राजद्रोह से भरी हुई हैं।
पात्रा ने कांग्रेस नेता पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘उन्होंने (चव्हाण ने) माफी मांगने से इनकार कर दिया है। भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान की सीमा में 100 किलोमीटर अंदर तक हमला किया और पाकिस्तानी वायु सेना की 11 हवाई पट्टियों को नष्ट कर दिया। यह कुछ और नहीं बल्कि राजद्रोहपूर्ण बयान है, एक देशद्रोही का बयान है।’’
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस चव्हाण के साथ खड़ी नजर आ रही है और आरोप लगाया कि विपक्षी दल विदेशी ताकतों के हाथों खेल रहा है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।
भाजपा के केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों के शौर्य को कमतर करना सही नहीं है।
समाजवादी पार्टी के सांसद वीरेंद्र सिंह ने कहा कि जहां तक सशस्त्र बलों का संबंध है, प्रत्येक भारतीय को अपने द्वारा दिए गए बयानों के प्रति सचेत रहना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी टिप्पणियां सेना का मनोबल न गिराएं।
उन्होंने दावा किया कि ऑपरेशन सिंदूर ‘‘नेताओं की गलतियों’’ का नतीजा था।
तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) सांसद कृष्णा देवरायलु ने कहा कि बिहार में चुनावी हार के बाद कांग्रेस बौखला गई है और इसके नेता बेतुकी बातें कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘चव्हाण की टिप्पणी इसका एक प्रमुख उदाहरण है। हमारी सशस्त्र सेनाओं का इस तरह से अपमान करना अनावश्यक है। अगर कांग्रेस राजग से नाराज है, तो उसे इसे अलग तरीके से प्रदर्शित करना चाहिए, न कि सशस्त्र सेनाओं को इसमें घसीटना चाहिए।’’
आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद अशोक मित्तल ने कहा कि इस तरह के बयान किसी भी वरिष्ठ नेता को नहीं देने चाहिए, खासकर ऐसे व्यक्ति को जो मुख्यमंत्री रह चुका हो।
भाषा
देवेंद्र पवनेश
पवनेश

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