ठाणे, छह अक्टूबर (भाषा) उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश अभय एस ओका ने कहा है कि जिला एवं तालुका स्तर की अदालतों को कम महत्वपूर्ण नहीं समझा जाना चाहिए, क्योंकि वे आम आदमी को न्याय मुहैया कराती हैं।
उन्होंने बुधवार को ठाणे जिले में भिवंडी मजिस्ट्रेट अदालत के नए भवन का उद्घाटन करते हुए कहा कि जिला एवं तालुका अदालतें आम आदमी को न्याय मुहैया कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, इसलिए वे न्यायिक प्रणाली के लिए अहम हैं और उन्हें ‘कम महत्व वाली अदालतें’ नहीं समझा जाना चाहिए।
न्यायमूर्ति ओका ने कहा कि महाराष्ट्र में पिछले 10 वर्षों में अदालतों के लिए कई अच्छे भवनों का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को और बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने की कोशिश करनी चाहिए, ताकि त्वरित न्याय सुनिश्चित करने में मदद मिले।
न्यायमूर्ति ओका ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग बढ़ाया जाना चाहिए और ठाणे जिला अदालत को इस संबंध में पहल करनी चाहिए।
बंबई उच्च न्यायालय की न्यायाधीश गौरी गोडसे ने भिवंडी अदालत के न्यायाधीशों और वकीलों से पांच से 10 साल से लंबित मामलों को जल्द से जल्द निपटाने का आग्रह किया।
कार्यक्रम में केंद्रीय पंचायती राज राज्य मंत्री कपिल पाटिल ने अपनी सांसद निधि से भिवंडी अदालत में एक डिजिटल पुस्तकालय सुविधा के लिए सहायता मुहैया कराने का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि अगले बजट में ठाणे जिले में एक अतिरिक्त सत्र न्यायालय के लिए प्रावधान किया जाएगा।
वहीं, महाराष्ट्र के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री रवींद्र चव्हाण ने कहा कि अगर जमीन उपलब्ध करा दी जाती है तो कल्याण में एक नयी अदालत के निर्माण में तेजी लाई जाएगी।
भाषा सिम्मी पारुल
पारुल
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सलमान के घर पर गोलीबारी का मामला: हरियाणा से एक…
3 hours agoमुंबई के लिए मंगलवार पिछले 14 साल में अप्रैल का…
3 hours agoशिंदे के आवास पर बैठक को आचार संहिता का उल्लंघन…
3 hours agoश्रमिक की हत्या के दोषी युवक को उम्रकैद की सजा
5 hours ago