मुंबई, 16 मई (भाषा) महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को कहा कि युवाओं के दक्षता विकास में मदद के लिए नांदेड़ और छत्रपति संभाजीनगर जिलों में एक-एक ‘आविष्कार, नवाचार, उन्नयन और प्रशिक्षण केंद्र (सीआईआईआईटी)’ को मंजूरी दी गई है।
पवार के कार्यालय से जारी की गयी विज्ञप्ति के अनुसार ‘टाटा टेक्नोलॉजीज’ इन सीआईआईआईटी की स्थापना करेगी।
पिछले महीने इस आईटी कंपनी ने बीड जिले में भी इसी तरह का केंद्र स्थापित करने पर सहमति जताई थी।
विज्ञप्ति के अनुसार मराठवाड़ा क्षेत्र के युवाओं को अब विश्वस्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त होगा। वहां के औद्योगिक क्षेत्र को स्थानीय स्तर पर कुशल जनशक्ति मिलेगी। सीआईआईआईटी क्षेत्र में स्टार्टअप और उद्यमिता को समर्थन देने समेत उद्देश्यों को पूरा करने में मदद करेगा।
बीड, नांदेड़ और छत्रपति संभाजीनगर मध्य महाराष्ट्र के मराठवाड़ा का हिस्सा हैं।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि ‘टाटा टेक्नोलॉजीज’ के अनुसार, कंपनी नांदेड़ और संभाजीनगर में 191-191 करोड़ रुपये की लागत से सीआईआईआईटी स्थापित करेगी।
इसमें से 162.62 करोड़ रुपये (85 प्रतिशत) हर केंद्र के लिए कंपनी द्वारा वहन किए जाएंगे।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि शेष धनराशि महाराष्ट्र सरकार देगी। तैयार होने के बाद, प्रत्येक सीआईआईआईटी हर साल 7,000 युवाओं को प्रशिक्षित करेगा।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि कंपनी पहले तीन वर्षों के लिए प्रशिक्षण की लागत वहन करेगी। इसके बाद प्रशिक्षण लागत टाटा कंपनी और संबंधित जिला प्रशासन समान रूप से उठायेंगे।
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राजकुमार प्रशांत
प्रशांत
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