केसीआर ने किसानों की सरकार बनाने का आह्वान किया, पानी पर राज्यों में तकरार बढ़ाने का आरोप लगाया

केसीआर ने किसानों की सरकार बनाने का आह्वान किया, पानी पर राज्यों में तकरार बढ़ाने का आरोप लगाया

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  • Publish Date - February 5, 2023 / 10:54 PM IST,
    Updated On - February 5, 2023 / 10:54 PM IST

(फोटो के साथ)

नांदेड़ (महाराष्ट्र), पांच फरवरी (भाषा) तेलंगाना के मुख्यमंत्री और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव ने रविवार को आरोप लगाया कि जल को लेकर राज्यों के बीच ‘‘युद्ध’’ को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कोयला के आयात और अडाणी समूह के ‘घोटाले’ को लेकर केंद्र पर निशाना साधा।

तेलंगाना के बाहर बीआरएस की पहली रैली में राव ने ‘‘किसान सरकार’’ बनाने का भी आह्वान किया। राव ने सत्ता में आने पर देश के लिए जल नीति में क्रांति लाने और किसानों तथा दलितों के लिए कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने का वादा किया।

राव ने कहा कि उनकी पार्टी के सत्ता में आने पर बिजली क्षेत्र में निजीकरण की मौजूदा प्रवृत्ति को उलट दिया जाएगा और राज्य विधानसभाओं और परिषदों में 33 प्रतिशत तक महिलाओं का प्रतिनिधित्व अनिवार्य होगा।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ पहल पर राव ने कहा कि यह ‘जोक इन इंडिया’ कार्यक्रम बन गया है क्योंकि देश में हर गली में चीनी सामानों के बाजार हैं।

अगले आम चुनाव में भाजपा को चुनौती देने के लिए एक वैकल्पिक मोर्चे की चर्चा के बीच, राव ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ‘‘समान विचारधारा वाले लोगों’’ को साथ लेने का संकेत दिया।

राव ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा किसानों की आत्महत्या के मामले महाराष्ट्र में दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के देश की बागडोर संभालने का समय आ गया है। राव ने कहा, ‘‘इसलिए बीआरएस का नारा है ‘अबकी बार, किसान सरकार।’ अगर हम एक हो जाएं तो यह नामुमकिन नहीं है। हमारे देश में किसानों की संख्या 42 प्रतिशत से अधिक है और यदि इसमें खेतिहर मजदूरों की संख्या भी जोड़ दी जाए, तो यह 50 प्रतिशत से अधिक होगी, जो सरकार बनाने के लिए पर्याप्त है।’’

विभिन्न राजनीतिक दलों से संबंधित नेता बीआरएस में शामिल हुए और राव ने गुलाबी स्कार्फ भेंट करके उनका स्वागत किया। राव को ‘केसीआर’ के नाम से भी जाना जाता है।

इससे पहले राव मत्था टेकने नांदेड़ गुरुद्वारा गए। राव ने रैली में कहा कि अगर बीआरएस सत्ता में आती है, तो तेलंगाना सरकार की दलित कल्याण योजना ‘दलित बंधु’ (प्रत्येक परिवार को 10 लाख रुपये का अनुदान) और तेलंगाना की ‘रायतु बंधु’ (किसानों के कल्याण के लिए) योजना को पूरे देश में लागू किया जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘‘भारत बुद्धिजीवियों का देश है, मूर्खों का नहीं। जब देश में (1975 में) आपातकाल लगाया गया था, उस दौरान ‘लोकनायक’ जयप्रकाश नारायण (समाजवादी नेता) के आह्वान पर पूरा देश एकजुट हो गया था और उस समय के महान नेताओं को खारिज कर दिया था।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अब समय आ गया है। 75 साल एक लंबी अवधि है। किसानों को भी नियम बनाने में सक्षम होना चाहिए।’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘महाराष्ट्र में कृष्णा और गोदावरी जैसी कई नदियां बहती हैं। फिर भी महाराष्ट्र में पानी की किल्लत क्यों है।’’

राव ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र में पानी की कमी क्यों है? इसके लिए कौन जिम्मेदार है? इस पर विचार करें। देश में कांग्रेस ने 54 साल और भाजपा ने 16 साल शासन किया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ये दोनों दल कसूरवार हैं। मैं चाहता हूं कि किसानों की आत्महत्या रुके। अगर किसानों की सरकार बनती है, तो पानी की समस्या दूर हो जाएगी।’’

राव ने कहा कि देश की आजादी के 75 साल बाद भी और इतनी सारी सरकारों और प्रधानमंत्रियों और मुख्यमंत्रियों के बाद भी देश पेयजल की समस्या, सिंचाई संकट और बिजली की कमी का सामना कर रहा है।

भारत राष्ट्र समिति की जनसभा में उन्होंने कहा कि 10 दिनों के भीतर बीआरएस की गाड़ियां महाराष्ट्र के सभी 288 विधानसभा क्षेत्रों के हर गांव में जाकर किसान समितियां गठित करेंगी।

उन्होंने कहा, ‘‘हम छत्रपति शिवाजी महाराज की जन्मस्थली शिवनेरी जाएंगे, माथा टेकेंगे और किसानों की सरकार बनाने की शपथ लेंगे। पूरे महाराष्ट्र में किसान समितियां बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी।’’

प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि बीआरएस का उद्देश्य जल नीति को बदलना और देश में जलापूर्ति के लिए एक नया तंत्र पेश करना है। राव ने सवाल किया, ‘‘जब भारत में हर एकड़ जमीन की सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध है तो राज्यों के बीच ‘जल युद्ध’ को बढ़ावा क्यों दिया जा रहा है?’’

राव ने अडाणी समूह के कथित ‘घोटाले’ की चर्चा संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) में कराने की मांग की। उन्होंने कोयला आयात और अडाणी के प्रति ‘प्रेम’ को लेकर केंद्र पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र राज्यों को कोयला आयात के लिए मजबूर कर रहा है, जिसकी आपूर्ति केवल अडाणी समूह द्वारा की जा रही है।

उन्होंने कहा कि कोयला आयात देश के साथ ‘धोखाधड़ी’ के समान है और बीआरएस के सत्ता में आने के बाद यह स्थिति बदलेगी। राव ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘मेरा प्रधानमंत्री से अनुरोध है कि अडाणी समूह इतने बड़े घोटाले में शामिल है कि इसपर संयुक्त संसदीय समिति में चर्चा होनी चाहिए। लगभग 10 लाख करोड़ रुपये उड़ चुके हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘सभी को पता है कि वह (अडाणी) आपके मित्र हैं। केवल दो वर्षों में वह दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए। अगर आप ईमानदार हैं तो संयुक्त संसदीय समिति का गठन करें। यह मेरी मांग हैं।’’

कोयले की स्थिति पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में कोयले का पर्याप्त भंडार है और अगले 120 साल तक यह चलेगा, लेकिन केंद्र सरकार राज्यों को आयातित कोयला खरीदने को मजबूर कर रही है, जिसकी आपूर्ति केवल अडाणी समूह करता है।

केंद्र द्वारा सड़कों, संस्थानों और शहरों के नाम बदलने के बारे में पूछे जाने पर राव ने कहा, ‘‘यह सिर्फ नौटंकी है। समाज को जो काम चाहिए वह नहीं हो रहा है। बीआरएस इस तरह के हथकंडे नहीं अपनाएगी। समान विचारधारा वाले लोगों के साथ सत्ता में आने के बाद, बीआरएस राज्य विधानसभाओं और परिषदों में महिलाओं के प्रतिनिधित्व को 33 प्रतिशत अनिवार्य कर देगी।’’

भाषा आशीष अमित

अमित