महाराष्ट्र : बाढ़ से 76 लोगों की मौत, 38 घायल, 59 लोग लापता, रायगढ़ सबसे अधिक प्रभावित |

महाराष्ट्र : बाढ़ से 76 लोगों की मौत, 38 घायल, 59 लोग लापता, रायगढ़ सबसे अधिक प्रभावित

महाराष्ट्र : बाढ़ से 76 लोगों की मौत, 38 घायल, 59 लोग लापता, रायगढ़ सबसे अधिक प्रभावित

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:23 PM IST, Published Date : July 24, 2021/6:38 pm IST

मुंबई, 24 जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने शनिवार को कहा कि राज्य में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन के चलते 76 लोगों की मौत हो चुकी है और 38 अन्य घायल हुए हैं जबकि 56 लोग लापता हैं।

राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, बारिश के कारण रायगढ़ जिला सर्वाधिक प्रभावित हुआ हैं और यहां वर्षा से संबंधित घटनाओं में मृतकों की संख्या शनिवार को बढ़कर 47 हो गयी। इनमें तलीये गांव में भूस्खलन में मारे गए 37 लोग शामिल हैं।

पुणे में पवार ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य में अभी तक नौ जिलों से करीब 90,000 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। ये जिले पिछले चार दिनों से भारी बारिश से प्रभावित हैं।

तटीय कोंकण क्षेत्र में रत्नागिरी जिले में रायगढ़ और पश्चिमी महाराष्ट्र में कोल्हापुर जिला बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित है। इसके अलावा सातारा जिले के कई हिस्सों में भारी बारिश कहर बरपा रही है।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 21 टीमें बारिश से प्रभावित जिलों में सेना, तटरक्षक बल और अन्य की 14 टीमों के साथ काम कर रही हैं। इसके अलावा, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की चार टीमें भी लोगों को निकालने के अभियान में लगी हुई हैं।

इससे पहले दिन में, मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने एक बयान में कहा कि महाराष्ट्र में बाढ़ से 76 लोगों की मौत हो चुकी है और 38 अन्य घायल हो गए हैं। साथ ही उसने कहा कि 30 लोग बाढ़ में लापता हो गए हैं।

राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया था कि महाराष्ट्र में पिछले दो दिनों में भूस्खलन की कई घटनाओं समेत बारिश से संबंधित घटनाओं में 129 लोगों की मौत हो चुकी है।

सीएमओ के बयान में कहा गया है कि राहत एवं पुनर्वास विभाग से मिली सूचना के अनुसार, राज्य में अभी तक करीब 90,000 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। इस दौरान 75 पशु मारे गए।

अजित पवार ने कहा कि पुणे जिले में 23 इलाके भूस्खलन संभावित क्षेत्र में आते हैं, जिनमें अंबेगांव में पांच इलाके, मावल व खेड़ में दो-दो इलाके, भोर में तीन इलाके, मुलशी, जुन्नार और वेल्हा में एक-एक इलाका शामिल हैं।

पवार ने कहा, “ इन इलाकों में भी कई लोगों की जान जा चुकी है। (महाराष्ट्र में) शनिवार सुबह तक भारी बारिश के कारण कुल 76 लोगों की मौत हुई है। इनमें रायगढ़ में 47, सतारा में छह, मुंबई और आसपास के इलाकों में चार, पुणे में एक, रत्नागिरी में 11, कोल्हापुर में पांच और सिंधुदुर्ग में दो लोगों की मौत शामिल हैं। शनिवार सुबह तक रायगढ़ में 53, सतारा में चार और ठाणे में दो लोग लापता हैं।”

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पहले ही बाढ़ और भूस्खलन में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा कर चुकी है, जबकि केंद्र सरकार ने प्रत्येक को दो-दो लाख रुपये देने का ऐलान किया है।

इससे पहले दिन में अधिकारियों ने बताया था कि सतारा जिले की पाटन तहसील के अंबेघर गांव में एक भूस्खलन स्थल से पांच लोगों के शव निकाले गए। उन्होंने बताया था कि 16 लोगों के इस घटनास्थल पर फंसे होने की आशंका है।

भाषा शफीक पवनेश

पवनेश

 

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