महाराष्ट्र : भारत रक्षा मंच ने एनआरसी लागू करने और घुसपैठियों के सत्यापन की मांग की

महाराष्ट्र : भारत रक्षा मंच ने एनआरसी लागू करने और घुसपैठियों के सत्यापन की मांग की

  •  
  • Publish Date - September 26, 2022 / 10:02 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:59 PM IST

नागपुर, 26 सितंबर (भाषा) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तर्ज पर भारत रक्षा मंच (बीआरएम) ने महाराष्ट्र के नागपुर में अपना तीसरा सम्मेलन आयोजित किया और देश भर में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) लागू कराने तथा अवैध प्रवासियों के सत्यापन की मांग की।

तीन दिवसीय सम्मेलन 25 सितंबर को यहां रेशमबाग में संपन्न हुआ और इसमें भारत रक्षा मंच के 850 से अधिक पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया।

भारत रक्षा मंच के महासचिव प्रशांत कोतवाल ने सोमवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, सम्मेलन के दौरान पांच महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए।

उन्होंने कहा, ”हम देश भर में एनआरसी लागू करना चाहते हैं, धार्मिक स्थलों को सरकार के नियंत्रण से मुक्त करना चाहते हैं, धार्मिक स्थल अधिनियम में संशोधन चाहते हैं, समान नागरिक संहिता के कार्यान्वयन के अलावा, अल्पसंख्यकों के लिए सुविधाओं का उन्मूलन और जनसंख्या नियंत्रण कानून चाहते हैं।”

उन्होंने कहा कि बांग्लादेश से बड़े पैमाने पर घुसपैठ के मद्देनजर एनआरसी आवश्यक था।

कोतवाल ने कहा, ”हम 2010 से इस मुद्दे पर काम कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि देश के सभी राज्यों में एनआरसी लागू होने की कवायद जल्द से जल्द शुरू हो। अवैध घुसपैठियों के सत्यापन के बाद उन्हें उनके देश वापस भेजा जाना चाहिए। हालांकि, मानवता के आधार पर आजीविका की तलाश में यहां आने पर उन्हें केवल ‘वर्क परमिट’ दिया जा सकता है।”

कोतवाल ने दावा किया कि उच्च जनसंख्या वृद्धि के कारण लोगों को शिक्षा और अन्य बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं।

उन्होंने कहा, ”इसके लिए धार्मिक स्थल अधिनियम में संशोधन किया जाना चाहिए। हमें समान नागरिक संहिता की भी जरूरत है।”

मंच के महासचिव ने तबलीगी जमात और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया।

भाषा फाल्गुनी नरेश

नरेश