महाराष्ट्र : पुणे जिले में नरभक्षी तेंदुए को निशानेबाजों ने ढेर किया

महाराष्ट्र : पुणे जिले में नरभक्षी तेंदुए को निशानेबाजों ने ढेर किया

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  • Publish Date - November 5, 2025 / 09:49 PM IST,
    Updated On - November 5, 2025 / 09:49 PM IST

पुणे, पांच नवंबर (भाषा) महाराष्ट्र में पुणे जिले की शिरूर तहसील में आतंक मचाने वाले ‘नरभक्षी’ तेंदुए को निशानेबाजों ने ढेर कर दिया। वन विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

शिरूर तहसील में एक महीने से अधिक समय से मानव-पशु संघर्ष के मामले सामने आ रहे हैं।

यह अभियान मंगलवार रात शुरू किया गया था। निशानेबाजों की टीम ने पिंपरखेड़ गांव के पास तेंदुए के पैरों के निशान के आधार पर उसका (तेंदुए का) पता लगाया और उसे बेहोश करने का प्रयास किया।

पिछले महीने शिरूर तहसील के मौजे पिंपरखेड क्षेत्र में तेंदुए के हमले में दो नाबालिग और एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गयी थी, जिसके बाद कार्रवाई के लिए जुन्नार, शिरूर, अम्बेगांव और खेड तालुका में विरोध प्रदर्शन हुए थे।

रविवार को पिंपरखेड गांव के पास तेंदुए के हमले में 13-वर्षीय एक लड़के की मौत के बाद, गुस्साए स्थानीय लोगों ने वन विभाग के एक वाहन में आग लगा दी। इसके बाद वन अधिकारियों ने तेंदुए को पकड़ने और उसे ‘खत्म’ करने का आदेश दिया।

जुन्नार वन प्रभाग के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘तेंदुआ मंगलवार रात हमले वाली जगह से 400 से 500 मीटर की दूरी पर देखा गया। निशानेबाजों की टीम ने तेंदुए को बेहोश करने की कोशिश की, लेकिन यह प्रयास नाकाम हो गया। रात करीब 10.30 बजे जैसे ही तेंदुआ आक्रामक हुआ और टीम के पास पहुंचा निशानेबाजों ने गोली चला दी, जिससे तेंदुआ मारा गया।’’

अधिकारी ने बताया कि मृत तेंदुए को ग्रामीणों को दिखाया गया और बाद में पोस्टमार्टम के लिए उसे मानिकदोह बचाव केंद्र भेज दिया गया।

भारतीय वन्यजीव संस्थान के अनुसार, पुणे जिले के जुन्नार वन प्रभाग में प्रत्येक 100 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में छह से सात तेंदुए हैं।

प्रचुर मात्रा में जल आपूर्ति, कृषि कार्यों में लगी मानव आबादी में वृद्धि तथा पालतू पशुओं की बढ़ती संख्या ने इन कृषि भूमियों में तेंदुओं के रहने के लिए अनुकूल वातावरण तैयार कर दिया है।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र के समक्ष तेंदुओं के हमलों में वृद्धि का मुद्दा उठाया है और पुणे तथा आसपास के जिलों में उनकी आबादी को नियंत्रित करने के लिए नसबंदी और स्थानांतरण के उपायों पर विचार कर रही है।

उन्होंने कहा था कि पुणे और अहिल्यानगर जिलों में लगभग 1,300 तेंदुए हैं।

इस बीच, ठाणे के एक पर्यावरण कार्यकर्ता ने मानव-वन्यजीव संघर्ष के प्रबंधन के लिए विज्ञान आधारित, मानवीय रणनीति अपनाने का आह्वान किया है।

नैटकनेक्ट फाउंडेशन के निदेशक बी एन कुमार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा, ‘‘मानव जीवन की रक्षा आवश्यक है, लेकिन इसका समाधान परिदृश्य को सुधारने में है, न कि वन्यजीवों को खत्म करने में।’’

भाषा राखी सुरेश

सुरेश