मुंबई, 14 अगस्त (भाषा) केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि दक्षिण मुंबई और उपनगरीय क्षेत्रों के बीच यात्रा के समय को कम करने के लिए बनाई जा रही कोस्टल रोड को ठाणे जिले के भयंदर तक बढ़ाया जाएगा।
गोयल ने बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के अधिकारियों के साथ बैठक कर कोस्टल रोड के विस्तार और मुंबई में यातायात को सुगम बनाने के लिए अन्य संभावित उपायों पर चर्चा की।
गोयल ने कहा, ‘कोस्टल रोड को अब भयंदर तक बढ़ाया जाएगा…एक बार जब पूरा मार्ग चालू हो जाएगा, तो रोजाना वाहन से यात्रा करने वाले मुंबई निवासियों को बड़ी राहत मिलेगी।’
भाजपा नेता ने कहा कि उन्होंने परियोजना की मंजूरी के संबंध में केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव से बात की है।
उन्होंने कहा, ‘कोस्टल रोड के विस्तारित हिस्सों के लिए पर्यावरण मंजूरी रिपोर्ट 23 अगस्त तक आ जाएगी और इससे संबंधित प्रस्तावों की मंजूरी में तेजी के लिए मैंने यादव के साथ बैठक भी की है।’
कोस्टल रोड की अनुमानित लागत लगभग 14,000 करोड़ रुपये है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पिछले महीने कहा था कि करीब 12 किलोमीटर लंबी सड़क का 91 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और प्रशासन को शेष काम जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया गया है।
गोयल ने कहा कि उन्होंने टाटा समूह से शहर के यातायात पर अपनी ‘परिचालन और अनुसंधान रिपोर्ट’ साझा करने का अनुरोध किया है।
मंत्री ने कहा, ‘इस तरह की रिपोर्ट (मुंबई में) यातायात की भीड़ को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।’
उन्होंने बताया कि वह मुंबई के सड़क यातायात मुद्दों पर आईआईटी बंबई को सलाहकार के रूप में शामिल करने की योजना बना रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘आईआईटी बंबई ने अपनी विशेषज्ञता का प्रदर्शन करते हुए मुंबई की लोकल ट्रेन सेवाओं से जुड़ी समस्याओं का सफलतापूर्वक समाधान किया है। मेरा मानना है कि इस स्थिति में भी उनका ज्ञान मूल्यवान हो सकता है।’
गोयल ने उत्तर मुंबई में 37 एकड़ का भूखंड विकसित करने के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) और महाराष्ट्र सरकार के सहयोगात्मक प्रयासों की योजना के बारे में भी बात की।
मुंबई उत्तर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले गोयल ने कहा, ‘आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित एक नए खेल परिसर की योजना बनाई जा रही है। इसका उद्देश्य मुंबई के युवाओं के साथ-साथ ठाणे और पालघर जिलों के ग्रामीण तथा आदिवासी क्षेत्रों के प्रतिभाशाली युवकों को सुविधाएं मुहैया कराना है। इस परियोजना के लिए धन मौजूदा बजट से जुटाया जाएगा।’
भाषा योगेश अविनाश
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