मुंबई पुलिस ने मादक पदार्थ विक्रेता के अपहरण, जबरन वसूली के मामले में मकोका लगाया

मुंबई पुलिस ने मादक पदार्थ विक्रेता के अपहरण, जबरन वसूली के मामले में मकोका लगाया

मुंबई पुलिस ने मादक पदार्थ विक्रेता के अपहरण, जबरन वसूली के मामले में मकोका लगाया
Modified Date: October 9, 2025 / 07:59 pm IST
Published Date: October 9, 2025 7:59 pm IST

मुंबई, नौ अक्टूबर (भाषा) मुंबई पुलिस ने एक मादक पदार्थ विक्रेता और उसके सहयोगी के अपहरण तथा 50 लाख रुपये की जबरन वसूली के प्रयास से संबंधित मामले में संगठित अपराध विरोधी कानून मकोका लागू किया है। यहां एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार 14 और वांछित पांच आरोपियों के खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत आरोप लगाए गए हैं तथा विशेष मकोका अदालत में बृहस्पतिवार को आरोपपत्र दाखिल किया गया।

उन्होंने बताया कि आरोपी व्यक्ति ने सूरत निवासी साजिद इलेक्ट्रिकवाला और उसके सहयोगी शब्बीर मुबारक सिद्दीकी का 12 जून को मुंबई के ओशिवारा इलाके के एक होटल से अपहरण कर लिया था।

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पुलिस जांच का हवाला देते हुए अधिकारी ने बताया कि आरोपियों में से एक सरवर खान ने इलेक्ट्रिकवाला को प्रतिबंधित दवा ‘मेफेड्रोन’ उत्पादन की इकाई स्थापित करने के लिए 31 मार्च को 50 लाख रुपये का भुगतान किया था लेकिन इलेक्ट्रिकवाला ने न तो दवाइयों का उत्पादन किया और न ही पैसे लौटाए।

अधिकारी ने बताया कि गिरोह ने इलेक्ट्रिकवाला और सिद्दीकी का अपहरण कर लिया तथा उन्हें महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के नेरल स्थित एक फार्महाउस में ले गए जहां दोनों के साथ मारपीट की और उनसे पैसे की मांग की।

अधिकारी ने बताया कि ‘रियल एस्टेट’ एजेंट सिद्दीकी 14 जून को वहां से भाग निकला और बाद में उसने ओशिवारा थाने में शिकायत की। उसे डर था कि गिरोह इलेक्ट्रिकवाला को नुकसान पहुंचा सकता है।

उन्होंने बताया कि सिद्दीकी की शिकायत के आधार पर पुलिस ने अपहरण और जबरन वसूली का मामला दर्ज कर अपराध शाखा को सौंप दिया। इसके बाद पुलिस ने सरवर खान, मेहताब, संतोष वाघमारे, सतीश कडू, यूनुस थेवरपल्ली, तौसीफ सैंदी और राहुल सावंत समेत 14 लोगों को गिरफ्तार किया।

जांच के दौरान पुलिस को पता लगा कि मोहम्मद तौसीफ मोहम्मद हनीफ सैंदी उर्फ ​​तौसीफ मचांडी ही इसका सरगना है।

अधिकारी ने बताया कि आरोपियों के मोबाइल लोकेशन से पता चला कि गिरोह गिरफ्तारी से बचने के लिए इलेक्ट्रिकवाला को एक महीने से अधिक समय तक रायगढ़, नासिक, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और दिल्ली घुमाता रहा।

उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिकवाला के रिकॉर्ड से पता चला है कि वह मादक पदार्थों की तस्करी और उत्पादन में भी शामिल था।

अधिकारी ने बताया कि आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने 2015 में मुंबई से भारी मात्रा में मेफेड्रोन बरामद किए जाने के बाद इस संबंध में इलेक्ट्रिकवाला को गिरफ्तार किया था।

भाषा यासिर वैभव

वैभव


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