एमवीए सरकार तब तक नहीं सुनती जब तक उस पर दबाव नहीं डाला जाता: पाटिल

एमवीए सरकार तब तक नहीं सुनती जब तक उस पर दबाव नहीं डाला जाता: पाटिल

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  • Publish Date - October 13, 2021 / 06:53 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:49 PM IST

नागपुर, 13 अक्टूबर (भाषा) महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चद्रकांत पाटिल ने बुधवार को कहा कि महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार पर जब तक दबाव नहीं डाला जाता तब तक वह किसी की बात नहीं सुनती। पाटिल ने लंबे समय बाद राज्य में मंदिर पुनः खोलने के निर्णय का हवाला देते हुए यह कहा।

भारतीय जनता पार्टी के एक आयोजन को संबोधित करते हुए पाटिल ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से गांवों में जाकर ओबीसी कोटा के बारे में जागरूकता पैदा करने को कहा। भाजपा के ‘ओबीसी जागर अभियान’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “एमवीए सरकार ओबीसी समुदाय के लोगों को राजनीतिक आरक्षण देना नहीं चाहती। अगर ओबीसी के लिए राजनीतिक आरक्षण जारी रखना है तो हम सबको गांव में जाकर लोगों के बीच आरक्षण के प्रति जागरूकता पैदा करनी होगी।”

उन्होंने कहा, “यह सरकार तब तक नहीं सुनती जब तक उस पर दबाव नहीं बनता। क्या उन्होंने मंदिर खुद खोले थे? महाराष्ट्र में मंदिरों को पुनः खोलने के लिए हमें विरोध प्रदर्शन करना पड़ा था।”

महाराष्ट्र में कोविड-19 के कारण लगभग छह महीने तक बंद रहने के बाद सात अक्टूबर से मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थलों को खोला गया था। पाटिल ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लोगों से संपर्क कर उन्हें उनके अधिकारों से अवगत कराने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से तालुका स्तर पर लोगों के पास प्रश्नावली के साथ जाने का आग्रह किया।

पाटिल ने कहा कि कार्यकर्ताओं को लोगों से पूछना चाहिए कि ओबीसी कोटा की शुरुआत किसने की और जब इसका क्रियान्वयन किया गया तो सत्ता में कौन था।

भाषा यश उमा

उमा