हमें कोशिश करनी चाहिए कि हमारे मित्रों में सभी जातियों एवं आर्थिक समूहों के लोग हों, ताकि समाज में और समानता लाई जा सके : भागवत। भाषा सिम्मी अविनाशअविनाश