प्रधानमंत्री ने राजश्री प्रोडक्शंस को स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने पर बधाई दी |

प्रधानमंत्री ने राजश्री प्रोडक्शंस को स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने पर बधाई दी

प्रधानमंत्री ने राजश्री प्रोडक्शंस को स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने पर बधाई दी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:46 PM IST, Published Date : September 28, 2022/10:52 pm IST

मुंबई, 28 सितंबर (भाषा) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजश्री प्रोडक्शंस को उसकी स्थापना के 75 साल पूरे करने के अवसर पर बधाई देते हुए कहा कि यह बैनर दशकों से ‘‘भारतीय संस्कृति और मूल्यों की सुंदरता’’ को प्रदर्शित कर रहा है।

मुंबई स्थित मनोरंजन स्टूडियो के आधिकारिक ट्विटर पेज के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने 29 अगस्त को बैनर के प्रबंध निदेशक कमल कुमार बड़जात्या को संबोधित करते हुए एक पत्र लिखा था।

प्रधानमंत्री ने पत्र में लिखा, ‘‘मैं अपने देश की आजादी के 75 साल और आपके सफर के 75 वर्ष पूरे होने पर आपको बधाई देता हूं। यह दिलचस्प है कि राजश्री प्रोडक्शंस ने हमारे स्वतंत्रता दिवस के दिन ही अपने 75 साल के सफर का जश्न मनाया। मैं इस महत्वपूर्ण अवसर पर आपके परिवार और आपकी टीम को बधाई देता हूं और आपके भविष्य के सभी प्रयासों में सफलता की कामना करता हूं।’’

पत्र की प्रति ट्विटर पोस्ट में साझा की गई थी।

1947 में ताराचंद बड़जात्या द्वारा स्थापित, राजश्री प्रोडक्शंस भारत के सबसे पुराने, सबसे बड़े और प्रसिद्ध मनोरंजन स्टूडियो में से एक है।

पारिवारिक मनोरंजन एवं मधुर संगीत के लिए जाने जाने वाले तथा नई प्रतिभाओं को मौका देने वाले इस बैनर ने ‘दोस्ती’ (1964), ‘अंखियों के झरोखों से’ (1978), ‘नदिया के पार’ (1982), ‘सारांश’ (1984), सलमान खान अभिनीत ‘मैंने प्यार किया’ (1989), ‘हम आपके हैं कौन’ (1994), ‘हम साथ साथ हैं’ (1999) हैं’ जैसी कईं सफल फिल्मों का निर्माण किया है।

इसके अलावा बैनर ने ‘वो रहने वाली महलों की’, ‘यहां मैं घर घर खेली’, और ‘प्यार का दर्द है मीठा-मीठा प्यारा-प्यारा’ जैसे सफल धारावाहिकों का भी निर्माण किया है।

मोदी ने कहा, ‘‘आपके पिता ताराचंद बड़जात्या के मार्ग दर्शन से राजश्री प्रोडक्शंस ने भारतीय संस्कृति और मूल्यों की सुंदरता का प्रदर्शन करते हुए, विभिन्न माध्यमों के जरिए, चाहे वह सिनेमा, टेलीविजन या संगीत हो, दर्शकों की कई पीढ़ियों का मनोरंजन किया है। सूरज बड़जात्या ने भी इसी क्रम में मनोरंजन जगत में यादगार काम किया है। विकास और विरासत साथ-साथ चलते हैं।’’

भाषा फाल्गुनी सिम्मी

सिम्मी

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)