रेलवे यूनियन ने दुर्घटना मामले में इंजीनियरों के खिलाफ प्राथमिकी के विरोध में लोकल ट्रेन रोकी
रेलवे यूनियन ने दुर्घटना मामले में इंजीनियरों के खिलाफ प्राथमिकी के विरोध में लोकल ट्रेन रोकी
मुंबई, छह नवंबर (भाषा) मध्य रेलवे के कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करने वाली यूनियनों ने मुंब्रा दुर्घटना मामले में इंजीनियरों के खिलाफ प्राथमिकी का विरोध करने के लिए बृहस्पतिवार शाम को छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएमएसटी) पर उपनगरीय लोकल ट्रेन परिचालन को लगभग एक घंटे तक रोक दिया।
वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिए जाने के बाद कि वे राज्य के अधिकारियों के साथ इस मामले को उठाएंगे, ट्रेन सेवाएं बहाल हो गईं।
मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी स्वप्निल नील ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि सीएमएसटी पर प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने मोटरमैन और ट्रेन प्रबंधकों को शाम पांच बजकर 50 मिनट से पौने छह बजे तक ट्रेन का परिचालन करने की अनुमति नहीं दी। सीएसएमटी पर रोजाना लाखों यात्री आते हैं।
ट्रेन सेवा बहाल होने का इंतजार करते हुए सीएसएमटी परिसर में यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। कई यात्री पास के मेट्रो-3 स्टेशन की ओर गए।
ठाणे निवासी अंशुमान आर. ने कहा, ‘‘ब्रिटेन से एक दोस्त यहां आया हुआ था और हम लोकल ट्रेन में सवार होना चाहते थे। ट्रेन चलने का करीब 20 मिनट तक इंतज़ार करने के बाद हम सीएसएमटी से बाहर आ गए।’’
नील ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को शांत किया गया और लगभग एक घंटे बाद लोकल ट्रेन सेवाएं फिर से शुरू हो गईं।
राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने 9 जून को हुए मुंब्रा रेल हादसे में दो रेलवे इंजीनियरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई थी।
जीआरपी की कार्रवाई के बाद राष्ट्रीय रेलवे मजदूर संघ और मध्य रेलवे मजदूर संघ ने बृहस्पतिवार को विरोध प्रदर्शन किया और प्राथमिकी वापस लेने की मांग की।
मुंब्रा रेल हादसे की जांच में पाया गया है कि रेलवे कर्मचारियों ने हादसे से चार दिन पहले पटरी का एक हिस्सा बदल दिया था, लेकिन उसे बिना वेल्ड किए छोड़ दिया था, जिसके कारण यह हादसा हुआ।
भाषा सुभाष नरेश
नरेश

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