प्रतिभा और नेतृत्व केवल विशेषाधिकार प्राप्त पृष्ठभूमि वाले लोगों तक ही सीमित नहीं: शरद पवार

प्रतिभा और नेतृत्व केवल विशेषाधिकार प्राप्त पृष्ठभूमि वाले लोगों तक ही सीमित नहीं: शरद पवार

प्रतिभा और नेतृत्व केवल विशेषाधिकार प्राप्त पृष्ठभूमि वाले लोगों तक ही सीमित नहीं: शरद पवार
Modified Date: December 14, 2025 / 04:54 pm IST
Published Date: December 14, 2025 4:54 pm IST

मुंबई, 14 दिसंबर (भाषा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) अध्यक्ष शरद पवार ने रविवार को कहा कि प्रतिभा और नेतृत्व केवल विशेषाधिकार प्राप्त पृष्ठभूमि वाले व्यक्तियों तक सीमित नहीं हैं और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए साधारण परिवारों के योग्य व्यक्तियों की पहचान करने और उनका सहयोग करने की आवश्यकता पर जोर दिया।

यशवंतराव चव्हाण केंद्र में आयोजित ‘शरद पवार इंस्पायर फेलोशिप अवार्ड’ समारोह में उन्होंने कहा कि यह फेलोशिप कार्यक्रम महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण के जीवन और मूल्यों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।

पवार ने कहा, ‘कई लोग जीवन में इसलिए सफल होते हैं क्योंकि उनकी पृष्ठभूमि मजबूत होती है और उन्हें अच्छा सहयोग मिलता है, लेकिन ऐसे भी कई लोग हैं जिन्हें ऐसा सहयोग नहीं मिलता फिर भी उनमें समाज के लिए काम करने की क्षमता और दूरदृष्टि होती है। उन्हें अवसरों और प्रोत्साहन की आवश्यकता है।’

 ⁠

चव्हाण के सफर को याद करते हुए पवार ने कहा कि वह एक बहुत ही साधारण पृष्ठभूमि से थे, फिर भी न केवल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने बल्कि उन्होंने रक्षा मंत्री, वित्त मंत्री और विदेश मंत्री के रूप में भी देश की सेवा की।

राकांपा (एसपी) प्रमुख ने यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान के काम की सराहना करते हुए कहा, ‘यह दर्शाता है कि प्रतिभा कुछ ही लोगों का एकाधिकार नहीं है। यह आम लोगों में भी मौजूद है।’

यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान ने फेलोशिप कार्यक्रम के माध्यम से महाराष्ट्र भर में ऐसे व्यक्तियों की पहचान की है और उन्हें आगे बढ़ने के लिए मंच प्रदान किया है। विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे तेज परिवर्तनों का जिक्र करते हुए पवार ने विशेष रूप से कृषि क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) की बढ़ती भूमिका पर प्रकाश डाला।

उन्होंने कहा, ‘एआई-आधारित प्रौद्योगिकियां फसलों की उत्पादकता में उल्लेखनीय सुधार कर सकती हैं, साथ ही पानी और उर्वरकों की खपत को भी कम कर सकती हैं। प्रौद्योगिकी के सही इस्तेमाल से कृषि उत्पादन में 25 से 30 प्रतिशत तक वृद्धि हो सकती है और लागत में भी कमी आ सकती है।’

पवार ने नासिक जिले की सह्याद्री फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी का उदाहरण देते हुए कहा कि इसने सामूहिक प्रयासों और प्रेरित कर युवा किसानों को सफलतापूर्वक उद्यमियों में परिवर्तित किया है।

पवार ने फैलोशिप प्राप्त करने वालों को बधाई दी और विश्वास व्यक्त किया कि कार्यक्रम के माध्यम से प्राप्त ज्ञान और अनुभव गांव, तालुका और जिला स्तर पर बदलाव लाने में सहायक होगा।

बाद में पत्रकारों से बातचीत में राकांपा (एसपी) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने कहा कि ‘शरद पवार इंस्पायर फेलोशिप’ अगले साल से विशेष रूप से महिलाओं के लिए शुरू की जाएगी।

भाषा आशीष रंजन

रंजन


लेखक के बारे में