मुंबई, चार जुलाई (भाषा) समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आसिम आज़मी के निजी सहायक ने पुलिस से संपर्क कर दावा किया कि उन्हें औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम क्रमशः संभाजीनगर और धाराशिव करने का विरोध करने की बात पर धमकी भरे फोन आए थे। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
उद्धव ठाकरे द्वारा 29 जून को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में इस्तीफा देने से कुछ घंटे पहले, महा विकास आघाड़ी सरकार के मंत्रिमंडल ने औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम बदलकर धाराशिव करने को मंजूरी दी थी।
अधिकारी ने कहा कि आज़मी के निजी सहायक कमल हुसैन ने कहा है कि उन्हें इस मुद्दे पर अज्ञात नंबरों से फोन आए थे। फोन करने वाले शख्स ने नाम बदलने का विरोध करने पर विधायक को जान से मारने की धमकी दी।
आजमी के पीए कमाल हुसैन ने दावा किया कि उन्हें इस मुद्दे पर अज्ञात नंबंरों से फोन आये और फोन करने वाले ने शहरों का नाम बदलने का विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी।
अधिकारी ने सोमवार को कहा, ”फोन करने वाला व्यक्ति आज़मी से बात करना चाहता था लेकिन हुसैन ने हमें बताया कि उसने विधायक को फोन देने से इनकार कर दिया। फोन करने वाले ने कहा कि आजमी को विधानसभा में नाम बदलने के मुद्दे पर नहीं बोलना चाहिए, जिसका रविवार और सोमवार को दो दिवसीय विशेष सत्र था।”
हुसैन ने कहा कि उनकी शिकायत के संबंध में कोलाबा पुलिस ने उनका बयान दर्ज किया है।
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फाल्गुनी वैभव
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