औरंगाबाद, 26 जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के औरंगाबाद के 16 किसानों का एक समूह प्रति एकड़ भूमि पर तुलसी के 15000-18,000 पौधे लगाकर सालाना 70,000 से 1.83 लाख रुपये कमा रहा है।
समूह के एक किसान संदीप काकड़े ने बताया कि जमीन में समूह ने तुलसी के पौधे को रोपा है। संदीप ने कहा ‘‘तुलसी लगभग हर धार्मिक अवसर के साथ-साथ असंख्य घरेलू उपचारों का मुख्य आधार है। लगभग तीन साल पहले नाम फाउंडेशन के सहयोग से बेंगलुरु स्थित एक फार्मास्युटिकल फर्म के साथ एक समझौता ज्ञापन के बाद केकट जलगाँव, कुटबखेड़ा और डावरवाड़ी में बड़े पैमाने पर तुलसी का रोपण किया गया।’’
यह समूह जिस जमीन पर तुलसी उगा रहा है वह गैर-सिंचित भूमि है क्योंकि तुलसी को बेहद कम पानी की जरूरत होती है।
काकड़े ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘हमने प्रति एकड़ लगभग 15,000 से 18,000 पौधे लगाए। साल में तीन से चार बार कटाई की जाती है और उत्पाद बेंगलुरु की फर्म को भेजा जाता है। तुलसी की खेती में खाद या कीटनाशकों के साथ-साथ बहुत कम पानी की आवश्यकता होती है, और इससे हम प्रति वर्ष 70,000 रुपये से 1.83 लाख रुपये तक कमाते हैं।”
पैठन तालुका के क्षेत्र कृषि अधिकारी ने कहा कि किसानों द्वारा खेती के लिए तुलसी जैसे पौधों को चुनना अधिक कमाई के लिए एक अच्छा कदम है। उन्होंने कहा कि तुलसी के कई उपयोग हैं और इसकी खेती को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।
भाषा कृष्ण मनीषा
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