उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले धड़े ने कॉलेजियम प्रणाली पर रीजीजू की टिप्पणी की निंदा की |

उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले धड़े ने कॉलेजियम प्रणाली पर रीजीजू की टिप्पणी की निंदा की

उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले धड़े ने कॉलेजियम प्रणाली पर रीजीजू की टिप्पणी की निंदा की

:   Modified Date:  December 1, 2022 / 07:48 PM IST, Published Date : December 1, 2022/7:48 pm IST

मुंबई, एक दिसंबर (भाषा) शिवसेना के उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले धड़े ने बृहस्पतिवार को कहा कि केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रीजीजू ने न्यायाधीशों की नियुक्ति की कॉलेजियम प्रणाली पर टिप्पणी करके ‘‘लक्ष्मण रेखा’’ लांघ दी है और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।

पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में आरोप लगाया गया है कि नरेन्द्र मोदी सरकार न्यायपालिका सहित सभी महत्वपूर्ण संस्थाओं को नियंत्रित करना चाहती है।

इसमें कहा गया है, ‘‘सरकार न्यायपालिका में अपनी विचारधारा के लोग चाहती है और लोकतंत्र, संसद और विपक्षी नेताओं को समाप्त करने की कोशिश कर रही है। इसके लिए, सरकार अपने लोगों को उच्च न्यायालयों, उच्चतम न्यायालय और अभियोजकों के बीच लाना चाहती है।’’

रीजीजू ने उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों की नियुक्ति की कॉलेजियम प्रणाली को लेकर न्यायपालिका पर हाल में निशाना साधा था और इसे ‘‘अपारदर्शी’’ बताया था।

शिवसेना के मुखपत्र में कहा गया है यह स्पष्ट है कि कानून मंत्री ने ‘‘लक्ष्मण रेखा’’ लांघ दी है और जिसका मतलब है कि उन्होंने न्यायिक प्रक्रिया में दखल देना शुरू कर दिया है।

इसमें कहा गया है कि यह ऐसा मामला है, जिसमें कानून मंत्री का इस्तीफा देना बनता है।

संपादकीय में कहा गया है कि रीजीजू स्पष्ट रूप से सोचते हैं कि प्रधानमंत्री को न्यायाधीशों को नियुक्त करना चाहिए।

भाषा

देवेंद्र दिलीप

दिलीप

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)