महाराष्ट्र विधानमंडल का शीतकालीन सत्र ‘चुनावी जुमला’: कांग्रेस
महाराष्ट्र विधानमंडल का शीतकालीन सत्र ‘चुनावी जुमला’: कांग्रेस
नागपुर, 14 दिसंबर (भाषा) कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने रविवार को दावा किया कि महाराष्ट्र विधानमंडल का सात दिन का शीतकालीन सत्र सरकार का चुनावी जुमला था और विदर्भ के बजाय मुंबई के मुद्दों पर ज्यादा चर्चा हुई।
वडेट्टीवार ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रविवार को समाप्त हुए सत्र के दौरान कुपोषण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर कुछ भी ठोस सामने नहीं आया।
उन्होंने बताया कि स्थानीय निकाय चुनावों का पहला चरण दो दिसंबर को हो चुका है, लेकिन बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) समेत विभिन्न नगर निकायों के चुनाव कार्यक्रम की अब तक घोषणा नहीं की गई है।
उच्चतम न्यायालय के आदेशनुसार, राज्य में शहरी और स्थानीय निकाय चुनाव 31 जनवरी 2026 तक पूरे किए जाने हैं।
राज्य विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता वडेट्टीवार ने कहा, ‘‘शीतकालीन सत्र एक चुनावी जुमला था। ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के तहत जिन मुद्दों पर चर्चा हुई, वे विदर्भ से कम और मुंबई से अधिक जुड़े थे, और चर्चा के लिए कोई समय सीमा भी नहीं थी।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में भ्रष्टाचार बढ़ा है और विपक्ष ने इसके कई उदाहरण भी सामने रखे।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) नेता जयंत पाटिल ने कहा कि 2022 से महाराष्ट्र औद्योगिक विकास महामंडल (एमआईडीसी) द्वारा 20.62 लाख करोड़ रुपये के निवेश से जुड़े 190 समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए, लेकिन सरकार ने इनके बारे में कोई ठोस जवाब नहीं दिया।
पाटिल ने यह दावा भी किया कि राज्य में नशे का खतरा बढ़ता जा रहा है।
उन्होंने कहा कि शीतकालीन सत्र की अवधि बेहद कम थी।
भाषा जोहेब शोभना
शोभना

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