अमरावती, 19 अक्टूबर (भाषा) आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को कथित तौर पर यहां के नजदीक स्थित मंगलगिरि में तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के मुख्यालय में तोड़फोड़ की। तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू ने पार्टी कार्यालय पर हुए हमले को “राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित आतंकवाद” करार देते हुए आंध्र प्रदेश में बुधवार को बंद का आह्वान किया है।
वहीं, वाईएसआर कांग्रेस का आरोप है कि विपक्षी दल के प्रवक्ता ने संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी के विरुद्ध आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। तेदेपा के आरोप का खंडन करते हुए वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं द्वारा हमला करने की बात से इनकार किया है।
तेदेपा के प्रवक्ता के पट्टाभिराम ने आज सुबह, पूर्व मंत्री ए.एन. बाबू को पुलिस नोटिस भेजे जाने पर आपत्ति दर्ज कराई। बाबू ने कथित तौर पर जगन के विरुद्ध विवादास्पद टिप्पणी की थी।
आंध्र प्रदेश तेदेपा के अध्यक्ष अच्चननायडू ने कहा, “विशाखापत्तनम में तेलुगु देशम पार्टी के मुख्यालय और कार्यालय तथा पार्टी नेताओं के आवासों पर वाईएसआरसी के गुंडों द्वारा किये गए हमले की पार्टी कड़ी निंदा करती है। हमें समझ में नहीं आता कि हम लोकतांत्रिक देश में रहते हैं या फासीवादी देश में। मुख्यमंत्री और डीजीपी को (इन हमलों की) जिम्मेदारी लेनी चाहिए।”
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कानून व्यवस्था को नियंत्रण में नहीं रख पा रहे हैं, इसलिए उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। विजयवाड़ा स्थित पट्टाभिराम के आवास पर अज्ञात लोगों ने हमला किया था। उनके पारिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
इस बीच, नायडू ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने राज्यपाल विश्व भूषण हरिचंदन को स्थिति से अवगत कराया है और पुलिस महानिदेशक गौतम सवांग उनके फोन कॉल का जवाब नहीं दे रहे हैं।
नायडू ने कहा, “पुलिस और सरकार ने मिलकर कई स्थानों पर कार्यालयों पर हमला किया। यह सरकार द्वारा प्रायोजित हमले हैं। मैं लोगों से अपील करता हूं, हम राज्य में बंद का आह्वान करेंगे… हमें अनुच्छेद 365 के प्रयोग के लिए कहने के प्रति संकोच क्यों करना चाहिए… राज्य में कानून व्यवस्था विफल हो गई है इसे दिखाने के लिए और क्या चाहिए।”
उन्होंने कहा कि पुलिस महानिदेशक पद के लिए योग्य व्यक्ति नहीं हैं। नायडू ने कहा कि हमले की जांच होनी चाहिए। तेदेपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि राज्य गांजा उगाने वाले मादक पदार्थ माफिया का अड्डा बन चुका है।
पुलिस महानिदेशक गौतम सवांग ने कहा कि पट्टाभि की टिप्पणी के विरोध में राज्यभर से छिटपुट प्रतिक्रियाएं आई। सवांग ने लोगों से कानून व्यवस्था नहीं बिगड़ने देने का आग्रह किया और कहा कि लोगों को अपमानजनक बातें नहीं करनी चाहिए।
डीजीपी कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि राज्य में शांति कायम रखने के लिए अतिरिक्त बलों को तैनात किया गया है।
उन्होंने लोगों से संयम बरतने का भी आग्रह किया। पट्टाभि ने कहा कि तेदेपा अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू ने केंद्र को इस मुद्दे से अवगत कराया है और राज्य की स्थिति के विषय में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की है। तेदेपा नेता ने कहा, “केंद्र को लोकतंत्र बचाने और राज्य में गांजा माफिया के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए।”
वाईएसआरसी पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा हमला करने की बात से इनकार करते हुए पार्टी के वरिष्ठ विधायक एम विष्णु ने कहा कि पट्टाभि को मुख्यमंत्री के लिए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए था।
विष्णु ने आरोप लगाया कि पट्टाभि हमेशा वाईएसआरसी पार्टी की सरकार के विरुद्ध अपशब्दों का प्रयोग करते रहते हैं।
भाषा यश पवनेश
पवनेश
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