IBC24 नारी रत्न सम्मान 2021: नारी सशक्तिकरण की पर्याय हैं शारदा सोनी, महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर, इंसाफ दिलाने हासिल की लॉ की डिग्री

IBC24 नारी रत्न सम्मान 2021: नारी सशक्तिकरण की पर्याय हैं शारदा सोनी, महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर, इंसाफ दिलाने हासिल की लॉ की डिग्री

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  • Publish Date - March 6, 2021 / 05:47 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:13 PM IST

रायपुर। हौसले की मिसाल, इसका जीता जागता उदाहरण हैं बलौदाबाजार की शारदा सोनी। पहले खुद को बुलंद करने शारदा ने अपना गृह उद्योग शुरू किया। फिर धीरे-धीरे जिले की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का बीड़ा उठाया और शारदा कला निकेतन नाम की संस्था बनाकर जरूरतमंद महिलाओं को सिलाई, कढ़ाई, ब्यूटी पार्लर, पापड़ मुरब्बा बनाने की ट्रेनिंग देकर स्वरोजगार की प्रेरणा दी। शारदा यहीं तक सीमित नहीं रहीं बल्कि समाज की पीड़ित-शोषित महिलाओं को इंसाफ दिलाने के लिए लॉ की डिग्री भी हासिल की। शारदा की संस्था, ज्ञानदीप इंग्लिश मीडियम स्कूल का संचालन भी करती है जहां गरीब-कमजोर तबके के बच्चे नि:शुल्क शिक्षा पाते हैं।

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बलौदाबाजार में रहने वाली शारदा सोनी अपने आप में नारी सशक्तिकरण का पर्याय है। शारदा सोनी की मदद से सैंकड़ों महिलाएं न सिर्फ अपनी परिवारिक जिम्मेदारी निभा रही हैं बल्कि साथ ही अपने स्वंय के रोजगार से आर्थिक रूप से संबल हो रही हैं।

पढ़ें सफलता की कहानी

शारदा सोनी का विवाह 1981 में बलौदाबाजार में हुआ। विवाह के बाद शारदा ने खुद को सबल बनाने घर से सिलाई,कड़ाई, बुनाई, पापड़-आचार बनाने जैसा गृह उद्योग शुरू किया। शारदा ने देखा की बलौदाबाजार क्षेत्र के आसपास पिछड़ा हुआ इलाका है,महिलाओं की सामाजिक स्थिति ठीक नहीं जिसके बाद उन्होंने शारदा कला निकेतन नामक सामाजिक संस्था की स्थापना की, संस्था की मदद से महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए प्रशिक्षण देकर प्रत्येक गांव में केंद्र खोला गया, जहां पर महिलाओं को सिलाई, कड़ाई, ब्यूटी पार्लर, पापड़ मुरब्बा बनाने की ट्रेनिंग दी गई।

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जिससे महिलाएं स्वयं का रोजगार संचालित कर पा रही हैं और आर्थिक रूप से मजबूत हो रही हैं। शारदा ने देखा की ग्रामीण परिवेश की महिलाएं कानूनी जानकारी के अभाव में शोषित की जा रही है जिसके बाद उन्होंने रायपुर के लॉ कालेज में एडिमशन लिया। इसके लिए वह तीन साल तक उन्होंने से हर दिन बलौदाबाजार से रायपुर का सफर ट्रेन से किया और कानून की डीग्री प्राप्त की, लॉ की डिग्री मिलने के बाद शारदा सोनी ने शिविर लगाकर महिलाओं को कानूनी जानकारी देने का काम शुरू किया।

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अनगिनत महिलाओं के पारिवारिक मसले सुलझाए, विधावा और परित्यक्ता महिलाओं को संपत्ति में अधिकार दिलाकर उन्हे न्याय दिलाया। वर्तमान में शारदा सोनी न सिर्फ अपनी समाजिक संस्था से महिलाओं को सबल बनाने का काम कर रही है बल्कि उनकी संस्था ज्ञानदीप इंग्लिश मीडियम स्कूल का संचालन भी कर रही है जहां आर्थिक रूप से कमजोर तबके बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जा रही है। शारदा सोनी की समाज सेवा और जज्बे को देखकर उन्हे अभिवाभित मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सेवाश्री बार सम्मानित किया जा चुका है।

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